रायपुर पुलिस ने 22 अप्रैल को IPL सट्टेबाजी में गिरफ्तार आरोपी से मिले इनपुट के आधार पर गोवा में रेड की. इस दौरान बड़े सट्टा गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. इन सट्टेबाजों का एशिया के मिडिल ईस्ट के एक देश UAE से भी कनेक्शन निकला है.
इस गिरोह के मास्टरमाइंड फ्लैट में सट्टा खिला रहे सटोरियों पर पल-पल कैमरे से निगरानी रखते थे. फिलहाल इस मामले में पुलिस गोवा से 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर रायपुर लाई है. ASP क्राइम संदीप मित्तल ने बताया कि 22 अप्रैल को एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम को एक इनपुट मिला था.
सूचना मिली थी कि गंज थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास एक व्यक्ति मोबाइल फोन से सट्टा खेल रहा है. पुलिस ने आरोपी को ट्रेस करते हुए पकड़ लिया. जब उसके मोबाइल फोन को चेक किया गया तो गोवा के कई नंबर मिले. इसी के आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई.
रायपुर पुलिस की एक टीम दूसरे मामले में पहले से महाराष्ट्र में मौजूद थी. फौरन टीम को गोवा रवाना किया गया. आरोपियों की लोकेशन गोवा के MVR होम्स के फ्लैट में मिली. पुलिस ने फ्लैट में घुसकर कार्रवाई की. इस दौरान वहां 8 लोग मौजूद थे, जो लैपटॉप और मोबाइल फोन से पूरा सेटअप बनाकर सट्टा ऑपरेट कर रहे थे.
पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करके रायपुर ले आई. इनके पास से 4 लैपटॉप, 1 कैमरा, कैलकुलेटर, 27 मोबाइल फोन (7 सील पैक फोन), 1 राउटर, 11 ATM कार्ड, पासबुक समेत लाखों का सामान जब्त किया गया है. पुलिस को आरोपियों के पास से करीब 10 करोड़ रुपए के लेनदेन के पुख्ता सबूत मिले हैं.
सटोरियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि ये एमडी-143 आईडी का इस्तेमाल कर सट्टा खिला रहे थे. गोवा के फ्लैट में मौजूद इन सट्टेबाजों पर जय, करण और मोहित नाम के व्यक्ति Wifi कैमरे से नजर रखते थे. इसके अलावा अंशु और करीम नाम के व्यक्ति चेकर थे.
ये दोनों UAE से पूरे सिस्टम की गतिविधियों पर नजर रखते थे. वे लगातार गोवा में पकड़े गए लोगों से संपर्क में थे. इस मामले में पुलिस अब इनके बैंक खातों से हुए करोड़ों के ट्रांजैक्शन का पता लगा रही है. साथ ही मामले से जुड़े दूसरे आरोपियों की भी पुलिस तलाश कर रही है.