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महंगाई के मोर्चे पर अच्छी खबर, खुदरा महंगाई गिरकर 4.75 फीसदी हुई, 1 साल में सबसे कम

भारत की महंगाई में बड़ी गिरावट आई है और यह गिरकर 12 महीने के निचले स्‍तर पर चला गया है. बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ें के अनुसार, भारत की खुदरा महंगाई (Retail Inflation) मई में सालाना आधार पर घटकर 4.75 प्रतिशत रह गई, जो 12 महीने सबसे निचला स्‍तर है, जबकि अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 4.83% थी. महंगाई का ये डाटा ज्‍यादातर अर्थशास्त्रियों के अनुमान से कम है.

महंगाई में इतनी बड़ी गिरावट के साथ खुदरा महंगाई सितंबर 2023 से भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य 2-6% के दायरे में बनी हुई है. सरकारी आंकड़े के मुताबिक, मई महीने में सालाना आधार पर ग्रामीण खुदरा महंगाई 5.28 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में महंगाई 4.15% रहा है.

कौन-कौन सी चीजें हुई सस्‍ती

सरकार की ओर से साझा किए गए डाटा के मुताबिक, अप्रैल 2024 की तुलना में सालाना आधार पर मसालों की कैटेगरी में सबसे बड़ी गिरावट हुई है. इसके बाद कपड़ा, जूते, घर और अन्‍य चीजों की कैटेगरी में महंगाई पिछले माह की तुलना में कम हुई है.

शेयर बाजार पर दिखेगा असर

खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट के कारण कल जब शेयर बाजार खुलेगा तो इसका सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है, क्‍योंकि खुदरा महंगाई में गिरावट आना अर्थव्‍यवस्‍था के लिए अच्‍छा माना जाता है. ऐसे में गुरुवार को शेयर बाजार में तेजी आने की संभावना है.

गौरतलब है, हाल ही में हुए भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की बैठक में ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया था. RBI ने रेपो रेट को वित्त वर्ष 2024-25 में दूसरी MPC मीटिंग के दौरान 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा है. RBI ने यह फैसला महंगाई को कम करने के लिए लिया था, जिसका असर मई में हुए महंगाई दर में बड़ी कटौती के तौर पर दिख रहा है.

केंद्रीय बैंक के मुताबिक, खुदरा महंगाई (Retail Inflation) में कमी देखने को मिल रही है. हालांकि, खाद्य चीजों की महंगाई की वजह से थोक महंगाई दर की गिरावट कम हुई है. ऐसे में रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025 के लिए महंगाई दर के अनुमान को 4.5 फीसदी पर स्थिर रखा है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि केंद्रीय बैंक महंगाई दर को 4 फीसदी के टारगेट के अंतर्गत रखने के लिए प्रतिबद्ध है.

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