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वायनाड से प्रत्याशी बनने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा- ‘कमी महसूस नहीं होने देंगे’

लोकसभा चुनाव 2024 में INDI गठबंधन ने भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी को पूर्ण बहुमत प्राप्त करने से रोक दिया. इस चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बीते दो लोकसभा चुनाव से बेहतर रहा. हालांकि कांग्रेस 100 का आंकड़ा छूने में चूक गई लेकिन अपनी पुश्तैनी सीट अमेठी और रायबरेली को बचाने में कामयाब हो गई. कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी रायबरेली और वायनाड लोकसभा सीट से संसद सदस्य चुने गए. राहुल गांधी के इन दोनों लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने के बाद से ही ये सवाल उठ रहा था की राहुल कौन सी लोकसभा सीट से अपनी सदस्यता छोड़ेंगे. अब इस सवाल का जवाब मिल गया है. राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट से अपनी सदस्यता छोड़ेंगे. इसकी औपचारिक घोषणा कांग्रेस पार्टी की तरफ से कर दी गई है. अब जबकि राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट से अपनी संसद सदस्यता छोड़ रहे हैं ऐसे में उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस पार्टी ने यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है.

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी है कि प्रियंका गांधी वायनाड लोकसभा सीट से होने वाले उप चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रत्याशी होंगी. प्रियंका गांधी वाड्रा वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन अगर चुनावी राजनीति की बात करें तो ये उनका डेब्यू है. प्रियंका अपने पूरे राजनीतिक जीवन में पहली बार चुनावी मैदान में उतरेंगी. वायनाड लोकसभा सीट के समीकरण की अगर बात करें तो प्रियंका गांधी की जीत पक्की मानी जा रही है. संभवत: वह होने वाले उपचुनाव में जीत कर लोकसभा पहुंच भी जाए. कांग्रेस पार्टी के तरफ से बतौर प्रत्याशी नाम घोषित होने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि मैं बहुत खुश हूं कि मुझे वायानाड का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल रहा है. मैं वायानाड के लोगों को राहुल गांधी की कमी महसूस नहीं होने दूंगी. हम दोनों वायानाड और रायबरेली की सेवा में उपलब्ध रहेंगे.

राहुल गांधी 2019 में पहली बार वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे जिसमें उनको जीत हासिल हुई थी. हालांकि 2019 के आम चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी लोकसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा था. लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी ने वायनाड के साथ-साथ रायबरेली सीट को चुना. दोनों ही लोकसभा सीट के जनता ने राहुल गांधी को भारी बहुमत से विजय बनाकर संसद तक पहुंचा और अब राहुल गांधी ने फैसला किया है कि वह वायनाड लोकसभा सीट से अपनी सदस्यता छोड़ देंगे.

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