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असली मजा सबके साथ ही आता है, इसे अवसर बनते रहना चाहिए: वाधवा

भोपाल। अपने देश में त्योहारों की संस्कृति संभवतः इसी उद्देश्य से पोषित की गई होगी कि लोग एक दूसरे से मिलें, उनकी खुशियों को बांटें और आपसी भाईचारे का परचम लहराए रखें. हिंदुस्तान में एक के बाद दूसरा त्योहार आता है और अपने पीछे सौहाद्र की एक मोटी लकीर छोड़ जाता है. इस परम्परा को आगे तक ले जाने की जिम्मेदारी हम सभी की है, क्योंकि अकेले रहने में अलग थलग हो जाने से ज्यादा कुछ हाथ नहीं आएगा, असली मजा तो सबके साथ रहने में ही आता है.मप्र जनसंपर्क के एडिशनल डायरेक्टर वाधवा ने यह बात कही. वे बुधवार को भोपाल में आयोजित ईद मिलन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे.

वरिष्ठ खेल पत्रकार नवेद इशरत द्वारा सजाई इस महफिल में प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष एम एजाज खान भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि आपसी प्रेम और भाईचारे के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम की प्रशंसा इस मायने में भी की जाना चाहिए कि जिस दौर में त्योहारों को लेकर भी कुछ विघ्न संतोषी लोग आपसी वैमनस्य फैलाने में जुटे हैं, ऐसे में ईद के इस प्रोग्राम में सभी धर्मों के अनुयाई एक साथ जुटकर खुशियां बांट रहे हैं. एम एजाज के मोर्चा अध्यक्ष के एक साल पूरा होने वाले दिन सजी इस महफिल को भी उन्होंने सराहा. उन्होंने कहा कि हम देश भर में आपसी भाईचारे की मशाल जलाए हुए हैं, इस अभियान में कलमकारों का यह प्रयास सराहनीय माना जाएगा. कार्यक्रम में  शशि शेखर, प्रवीण सक्सेना, यदुवंशी, ललित कटारिया, हसन भाई, टी चाको, आनंद उपाध्याय, नदीम खान, जितेंद्र कुमार, अभय मार्कल, अरविंद श्रीवास्तव, अरविंद सावनेर, विकास बिल्लौरे, फैसल मीर, संजय, शैलेश तिवारी आदि भी मौजूद थे.

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