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आयुष्मान कार्ड बनवाने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, जानिए मोबाइल से कैसे बनेगा हेल्थ कार्ड

बलौदाबाजारा: आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष शिविर लगाकर आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है. वर्तमान में जिले के प्रत्येक विकासखण्डों के तय किए गये चार ग्राम पंचायतों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जिले में 10 लाख 50 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं. में अभी भी लगभग 2 लाख कार्ड और बनाए जाने हैं. नए कार्ड बनाने के लिए जिले में फिर से शिविर लगाया जा रहा है जहां 31 जुलाई तक कार्ड बनाने का काम किया जाएगा.

कार्ड बनाने के लिए कैसे करें लॉगिन

सबसे पहले प्ले स्टोर से आयुष्यान ऐप डाउनलोड करें. आयुष्यान लॉगिन पर जाएं. विकल्प चुनें और मोबाइल नंबर दर्ज करें. इसके बाद आपके फोन पर ओटीपी आएगा. ओटीपी डालकर लॉगिन कर आगे बढ़ें. इसके बाद दूसरा विकल्प आएगा जिस पर स्टेट राशन कार्ड फैमिली आईडी जिला राशन नंबर दर्ज करें. यदि आधार कार्ड से लिंक मोबाइल उपलब्ध है तो आधार ओटीपी विकल्प का चयन कर सकते हैं. यदि आधार लिंक मोबाइल उपलब्ध न हो तो फेस ओथ विकल्प का चयन करें. यदि फिंगरप्रिंट डिवाइस उपलब्ध हो तो फिंगरप्रिंट का चयन करें. बाद कैप्चर फोटो के विकल्प पर जाकर अपना क्लोजअप फोटो कैप्चर करें. बाद में मोबाइल नंबर और एड्रेस की जानकारी भरकर सबमिट कर दें. वेबसाइट से अप्रूवल होने की प्रतीक्षा करें. अप्रूवल होने के बाद आयुष्मान कार्ड डाउनलोड करें. इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र या टोल फ्री नं. 104 या फिर 14555 में संपर्क भी किसी पूछताछ के लिए किया जा सकता है.

अब मोबाइल की मदद से बनेगा आयुष्मान हेल्थ कार्ड

शासन ने ये सुविधा उन लोगों को ध्यान में रखकर शुरु की है जो कार्ड बनाने के लिए लंबे समय से भटक रहे हैं या फिर अस्पताल में हैं. इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपका फोन नंबर आपके राशन कार्ड से जरुर अटैच होना चाहिए.

पोर्टल को किया गया है अपग्रेड

 केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए बनाए गए पोर्टल को अपग्रेड कर दिया है. आयुष्मान कार्ड का फॉर्म भरने से पहले आपको अपने मोबाइल नंबर से वेबसाइट पर विजिट करना होगा. साइट पर जब आप अपने फोन नंबर से लॉगिन करेंगे तो आपके सामने सारे विकल्प खुल जाएंगे. अगर आप अपने आयुष्मान कार्ड में छपे नामों को ठीक करना या फिर उसमें नए सदस्यों को जोड़ना भी चाहें तो उसे जोड़ सकते हैं. जिले में अबतक 2 लाख लोगों को पीवीसी कार्ड बांटे जा चुके हैं.

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