भारतीय मौसम विभाग ने जून महीने के खात्मे के साथ ही बताया कि उत्तर-पश्चिम भारत में इस बार जून का महीने 1901 के बाद से सबसे गर्म रहा है. मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी राज्यों में पिछले महीने औसत तापमान 31.73 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम विभाग के मुताबिक, मासिक औसत अधिकतम तापमान 38.02 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.96 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है. वहीं जून महीने में औसत न्यूनतम तापमान 25.44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से 1.35 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है.
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि जून महीने में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई. मसलन, पिछले महीने जितनी बारिश होनी चाहिए थे, उससे 11 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई, जो पांच साल में सबसे ज्यादा है. देशभर में 165.3 MM सामान्य बारिश के मुकाबले 147.2 MM बारिश ही दर्ज की गई, जहां 2001 के बाद से जून महीने में 7वीं सबसे कम बारिश हुई.
मसलन, जून की बारिश में आमतौर पर चार महीने के मानसून के मौसम के दौरान कुल 87 सेंटी मीटर में 15 फीसदी बारिश होती है. मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत में जून में 33 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है.
30 मई को केरल और पूर्वोत्तर राज्यों में समय से पहले पहुंचने के बाद मानसून धीमा पड़ गया है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में बारिश में देरी हुई है, जिससे उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी का प्रकोप बढ़ गया.
मौसम विभाग ने कहा, “देश में 11 जून से 27 जून तक 16 दिन सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई, जिससे कुल मिलाकर सामान्य से कम बारिश हुई.” उत्तर-पश्चिम भारत में 33 फीसदी, मध्य भारत में 14 फीसदी और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 13 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई. हालांकि, सिर्फ दक्षिण भारत में सामान्य से 14 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.