नई दिल्ली: झारखंड ट्रेन दुर्घटना के बाद विपक्ष ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की. इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और सरकार से हाल ही में हुई रेल दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी लेने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय लागू करने का आग्रह किया.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “एक और भयावह रेल दुर्घटना! झारखंड के चक्रधरपुर डिवीजन में आज सुबह हावड़ा-मुंबई मेल पटरी से उतर गई, कई मौतें और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए, यह दुखद परिणाम है. मैं गंभीरता से पूछती हूं, क्या यही शासन है? हम इसे कब तक बर्दाश्त करेंगे? क्या भारत सरकार की बेरुखी का कोई अंत नहीं होगा?! मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, परिजनों के प्रति संवेदनाएं.”
Another disastrous rail accident! Howrah- Mumbai mail derails in Chakradharpur division in Jharkhand today early morning, multiple deaths and huge number of injuries are the tragic consequences.
I seriously ask: is this governance? This series of nightmares almost every week,…
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) July 30, 2024
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक हैंडल से एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा गया है, “मोदी सरकार के दौरान हर महीने 11 रेल दुर्घटनाएं.” वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने घटना पर दुख व्यक्त किया और घायलों के ठीक होने की प्रार्थना की. उन्होंने कहा, “रेलवे आम लोगों के लिए परिवहन का एक साधन हुआ करता था, लेकिन अब आम लोगों के लिए न तो कोई सुविधा है और न ही सुरक्षा. पिछले 2 हफ्तों में आधा दर्जन से ज़्यादा दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, आम लोग अपनी जान गंवा रहे हैं, लेकिन रेल मंत्री और सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.
उन्होंने पूछा कि क्या रेल मंत्री को दुर्घटनाओं को ठीक करने के बजाय उन्हें होने के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए? क्या हर दुर्घटना के बाद बहाने बनाकर जिम्मेदारी से बच सकते हैं? जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. सख्त कार्रवाई होनी चाहिए औरआम लोगों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बंद होना चाहिए.”
झारखंड में हुई भीषण रेल दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु का समाचार दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। घायलों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं।
रेलवे आम लोगों की सवारी कही जाती थी, लेकिन न तो अब इसमें आम लोगों के लिए सहूलियत बची है और न ही सुरक्षा। पिछले 2…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 30, 2024
अखिलेश यादव ने की सरकार की आलोचना
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने रेल सुरक्षा पर सरकार के रिकॉर्ड की आलोचना की. उन्होंने कहा, “यह सरकार रेल दुर्घटनाओं का रिकॉर्ड बनाना चाहती है. उनका पेपर लीक का रिकॉर्ड था और अब रेल दुर्घटनाएं हो रही हैं. यह सरकार केवल बड़े-बड़े दावे करती है. लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. सरकार को इस बारे में कुछ करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों.”
रेल मंत्री को कहा ‘रील मंत्री’
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी बढ़ती रेल दुर्घटनाओं पर सरकार की आलोचना की और कहा, “कई मौतों और आज तक कोई जवाबदेही नहीं होने के कारण, मुझे लगता है कि इसका भी कोई असर नहीं होगा. मुआवजे की घोषणा करें, जांच का वादा करें और दूसरी PR इंस्टाग्राम रील के साथ मूव ऑन करें.” उन्हें रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ‘रील मंत्री’ कहते हुए कहा कि भीड़भाड़ की समस्या है, लोग शौचालयों में यात्रा कर रहे हैं लेकिन सरकार को शर्म नहीं आती.