जैसे बड़े और महत्वपूर्ण गांव सहित पूरे बलौदा बाजार जिले में डायरिया डेंगू और मलेरिया की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है की इस वर्ष पूरे जिले में अनेक स्थानों पर महामारियों का प्रकोप देखा जा रहा है जो चिंता का विषय है। जिला अस्पताल सहित करमदा के स्कूल में भी मरीज को रखने की व्यवस्था की गई है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।
करमदा जैसे बड़े और महत्वपूर्ण गांव की स्थिति को गंभीरता से लेकर डायरिया के मरीज को सर्वोच्च प्राथमिकता से विशेष टीम गठित करके मदद पहुंचाने की जरूरत है। विष्णु देव साय सरकार को अब अपनी नींद त्याग देनी चाहिए और करमदा और पूरे बलोदा बाजार जिले में युद्ध स्तर पर डायरिया डेंगू मलेरिया के खिलाफ गांव-गांव अभियान चलाने की जरूरत है।
सभी मरीजों और पीड़ितों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने की मांग करता हूं। पूरे बलौदा बाजार जिले के सभी गांव को महामारी मुक्त बनाने की दृढ़ प्रशासनिक पहल युद्ध स्तर पर किए जाने की आवश्यकता है। जिले में कई स्थानों पर डायरिया के मामलों में वृद्धि को गंभीरता से लेकर जनजीवन को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए। साफ और पानी उबाल हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी पीने के लिए जन जागरण अभियान चलाने और करमदा जैसे गांवों में तत्काल मदद पहुंचाने की जरूरत है। डायरिया के लक्षण देखने पर तुरंत ओआरएस का गोल और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पीड़ित को आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध करना चाहिए। पूरे जिले में साफ सफाई के लिए विशेष अभियान भी सरकार द्वारा चलाया जाना चाहिए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत अतिरिक्त टीम भेज कर पूरे जिले में और विशेष रूप से करमदा जैसे गांव में में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने की जरूरत है।