आधुनिक भारत के निर्माता, युवाओं के प्रेरणास्रोत, और देश को 21वीं सदी में ले जाने का सपना देखने वाले शहीद राजीव गाँधी जी की जयंती है। देश को पंचायती राज व्यवस्था, युवाओं को वोटिंग का अधिकार, राजनीति में महिलाओं की सहभागिता जैसे महत्वपूर्ण निर्णय से राजीव गाँधी जी देश की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक संरचना में एक बड़ा परिवर्तन लेकर आये है। उन्होंने भारत को 21वीं सदी में ले जाने का सपना देखा था और इसके लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए।
शहीद राजीव गाँधी जी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। वह भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने। राजनीति में उन्होंने नें अपने कदम 1980 के दशक की शुरुआत में रखे। 1984 में शहीद इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद, उन्होंने प्रधानमंत्री का पद संभाला। अपने नेतृत्व में, उन्होंने भारतीय राजनीति में नई दिशा दी।राजीव गाँधी का सबसे बड़ा राजनीतिक योगदान देश में सूचना प्रौद्योगिकी और संचार क्रांति को बढ़ावा देना था। उन्होंने देश में कंप्यूटर और इंटरनेट के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया, जिससे आज का डिजिटल भारत संभव हो पाया है। उनकी दूरदर्शिता के कारण ही आज भारत सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्वभर में लीडर है।
Tcs, इनफ़ोसिस, एचसीएल जैसे सैकड़ो भारतीय आईटी कम्पनिया आज विदेशों में अपनी सर्विस देती है। निश्चित रुप से ये सब कम्पनिया राजीव गाँधी जी के नीतियों के परिणामस्वरूप ही फली फूली। उन्होंने नई शिक्षा नीति को लागू किया, जिसमें प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार किए गए। इसके साथ ही, उन्होंने देश में साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने नें ही नवोदय विद्यालय की स्थापना की।
ग्रामीण विकास और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए राजीव गाँधी ने अनेक योजनाएं चलाईं, जिनमें महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच, और बच्चों के पोषण कार्यक्रम शामिल थे। राजीव गाँधी ने संविधान में 73वें और 74वें संशोधन को पारित कर पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त किया। उन्होंने इस व्यवस्था में महिलाओं के लिए एक-तिहाई आरक्षण की व्यवस्था की, जिससे लाखों महिलाएं स्थानीय शासन में भाग लेने लगीं। यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण के दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ।
भारत के इतिहास में 21 मई 1991 का दिन एक गहरा घाव छोड़ गया। इस दिन, भारत ने अपने एक महान नेता, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को खो दिया। राजीव गांधी, जिन्होंने अपने कार्यकाल में देश को विकास और प्रगति के नए आयाम दिए थे, उनकी असमय मृत्यु ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। दुर्भाग्यवश राष्ट्र विरोधी ताकतें अपने मनसूबे में कामयाम हुई और देश से भारत माँ के बेटे को छीन लिया। राजीव गाँधी ने भारतीय राजनीति में अपने योगदान और देश के विकास के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका सपना था एक आधुनिक, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण, और उनके योगदान से यह सपना एक वास्तविकता के करीब आया। उनका जीवन और कार्य आज भी हमें प्रेरणा देते हैं और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
आज उनकी जयंती के अवसर पर हम उन्हें शत शत नमन करते है.