जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. राजनीतिक पार्टियां चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी गुरुवार को दो दिवसीय दौरे के लिए जम्मू- कश्मीर गए थे. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव में कुछ राज्यों में कांग्रेस को 25 सीटें और मिल जाती तो राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन गए होते. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करने का अपील की.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल कराना है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी को सत्ता से बाहर करना है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और कहा कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बावजूद वह अहंकार में हैं.
कड़ी मेहनत करें…जीतना जरूरी है- खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने श्रीनगर में कार्यकर्ताओ से कहा, हमने संसदीय चुनावों में भले ही यहां से सीट नहीं जीती हो, लेकिन ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) ने यहां से कई सीटों पर जीत दर्ज की है. अगर जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में हमें पांच-पांच सीट मिल जाती. कुल 25 सीट मिल जाती तो हमारे नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन जाते. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कड़ी मेहनत करने की अपील करते हुए कहा कि जीतना जरूरी है, सिर्फ बातों से जीत हासिल नहीं की जा सकती. अगर हम जमीनी स्तर पर काम किए बिना बातें करते रहेंगे तो जीत हासिल नहीं होगी.
नेशनस कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन में लड़ेंगी चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं के संबोधित करने के बाद नेशनस कॉन्फ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि एनसी और कांग्रेस गठबंधन में सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि, हम एकजुट हैं, जिसमें सीपीआईएम भी शामिल है, इंडिया के सभी दल गठबंधन में एकजुट हैं. एनसी चीफ ने इस दौरान महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी के साथ गठबंधन पर भी बात की और कहा कि किसी के लिए दरवाजे बंद नहीं हैं.