Jammu Kashmir Election 2024: जम्मू-कश्मीर में एक दशक बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है. वरिष्ठ बीजेपी नेता चंद्र मोहन शर्मा ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. चुनाव के बीच में उनका पार्टी छोड़ना बीजेपी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. वह पांच दशक से जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के साथ एक स्तंभ की तरह खड़े थे.
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी में कई नेताओं में असंतोष है. चंद्र मोहन शर्मा के पार्टी से इस्तीफा देने की वजह भी यही है. वह टिकट न मिलने से नाराज थे. बीजेपी को अलविदा कहने के बाद मीडिया से बात करते हुए चंद्र मोहन शर्मा ने दावा किया कि वह अब निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे.
बिना सोचे-समझे टिकट वितरण किया गया-शर्मा
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज चंद्र मोहन शर्मा ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया. वह पेशे से वकील हैं और 70 के दशक से बीजेपी से जुड़े हुए हैं. जम्मू में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से बीजेपी से जुड़े हुए हैं और जनसंघ में भी रहे हैं. इस दौरान वह कई बार जेल भी गए. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जिन लोगों को टिकट दिया है, सोच-समझकर नहीं दिया है.
वरिष्ठ नेता चंद्र मोहन शर्मा ने पार्टी पर आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर बीजेपी इकाई ने सही उम्मीदवारों की सूची दिल्ली नहीं भेजी. बिना सोचे-समझे टिकट वितरण किया गया, जिससे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी असंतोष है. उन्होंने कहा कि इससे वह दुखी हैं और अन्य नेताओं के साथ इस्तीफा दे रहे हैं. चंद्र मोहन शर्मा जम्मू पूर्व विधानसभा सीट पर दूसरे उम्मीदवार की घोषणा से नाराज हैं.
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व उनका इस्तीफा स्वीकार कर लेगा. हालांकि, अगर पार्टी जम्मू पूर्व विधानसभा सीट पर उम्मीदवार बदलने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करती है तो ठीक है, वरना वह जम्मू पूर्व सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची में युद्धवीर सेठी को जम्मू पूर्व विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है.
चुनाव से पहले डैमेज कंट्रोल में जुटी बीजेपी
वहीं, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जम्मू कश्मीर में पार्टी में आंतरिक कलह के संकट को सुलझाने की पहल की है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी प्रमुख ने इस संबंध में जम्मू-कश्मीर प्रभारी राम माधव, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है. साथ ही तरुण चुघ, रविंदर रैना और महासचिव (संगठन) अशोक कौल को नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. नड्डा ने नेताओं को असंतुष्ट समूहों से संपर्क करने और उन्हें सम्मेलन में ले जाने के निर्देश दिए हैं.