कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले पर बवाल अभी जारी है. इंसाफ की मांग को लेकर पार्टियां लगातार एक दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं. इसी बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश के प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है. पत्र में ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से रेप-मर्डर जैसी घटनाओं पर केंद्र सरकार को कड़े कानून बनाने और ऐसे जघन्य अपराधों को रोकने से संबंधित लिखा है. इस पत्र में सीएम ममता ने कहा, ‘आपको याद होगा मैंने 22 अगस्त को एक पत्र लिखा था. लेकिन आपने इतने संवेदनशील मुद्दे पर कोई रिस्पांस नहीं दिया. हालांकि, मुझे मेरे पत्र का जवाब महिला और बाल विकास मंत्रालय की तरफ से मिला. मुझे नहीं लग रहा है कि इतने संवेदनशील मुद्दे को केंद्र सरकार गंभीरता से ले रही है’.
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि अगर सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले भी रही है तो जिस तरह का माहौल बना हुआ उसके हिसाब से यह नाकाफी है. ममता बनर्जी ने आगे कहा कि आपके मंत्रालय की तरफ से जो जवाब आया है उससे लगता मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. आगे उन्होंने लिखा कि इससे पहले भी मैंने अपको अपने राज्य से संबंधित कई मुद्दों पर पत्र लिखे हैं, लेकिन उस पर भी ध्यान नहीं दिया गया.
मेरे पत्र को गंभीरता से नहीं लिया: सीएम ममता
पीएम मोदी को लिखे गए लेटर में ममताबनर्जी ने पहले भी लिखे गए पत्रों के बारे में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जितने भी पत्र लिखे हैं उसे गंभीरता से नहीं लिया गया है, और न ही उसपर अभी तक कोई जवाब मिला है. सीएम ने लिखा, ‘आशा करूंगी मेरे इस पत्र को गंभीरता से लिया जाएगा. मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि रेप से निपटने को लेकर कठोर कानून बनाने पर विचार किया जाए. साथ ही इस तरह के जघन्य अपराधों को अंजाम देने वालों के लिए भी सख्त सजा का प्रावधान किया जाए.
फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट में सुनवाई की मांग
उन्होंने ये भी मांग की कि रेप जैसे मामलों में जल्द से जल्द सुनवाई हो. मुझे उम्मीद है कि इस मामले पर जरूर ध्यान दिया जाएगा. मैं ऐसे मामलों से निपटने के लिए फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट और पॉक्सो कोर्ट को मजबूत बनाने पर लगातार काम कर रही हूं.बता दें कि 9 अगस्त को कोलकत्ता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था. बाद में पता चला कि डॉक्टर का रेप के बाद मर्डर हुआ है. इस मामले पर देश के सभी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. जिसके बाद बड़े लेवल पर प्रदर्शन हुए.