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CM झूठ बोल रहे, भावनाओं से खिलवाड़… लड्डू विवाद पर बोले जगन रेड्डी

तिरुपति मंदिर के प्रसादम में मिलावट के मुद्दे पर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि प्रसादम के घी में मिलावट का दावा भटकाने वाला है. भगवान का इस्तेमाल भी राजनीति के लिए किया जा रहा है. चंद्रबाबू नायडू जैसा अन्यायी कोई नहीं है. उनके 100 दिन के शासन से लोग नाराज हैं. ऐसे में लोगों के ध्यान को भटकाने के लिए लड्डू को लेकर इस तरह का मिथक गढ़ा है.

पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सीएम पर आसीन चंद्रबाबू नायडू ने घी की जगह जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल की बात कही थी. उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री का इस तरह से झूठ बोलना सही है? भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के भक्त पूरी दुनिया में हैं. भक्तों की भावनाओं से खिलवाड़ करना कितना सही है?

पूर्व सीएम बोले- घी की जांच करता है टीटीडी

मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) घी का तीन सैंपल लेता है और रिपोर्ट देता है. यह एक नियमित प्रक्रिया है. तीन टेस्टों से गुजरने के बाद ही उस घी का प्रसाद में उपयोग किया जाता है. घी की सप्लाई कोई नई बात नहीं है. हर छह महीने में एक बार ऐसा होता है. 6 महीने में घी के लिए ऑनलाइन टेंडर मंगाए जाते हैं. इसके बाद कंपनियां निविदाओं के आधार पर बोली लगाती हैं. इसके बाद एल-1 आवेदकों को बोर्ड की ओर से अप्रूवल दिया जाता है.

क्या बोला टीटीडी?

प्रसादम को लेकर उठे विवाद के बीच टीटीडी ने भी बयान जारी किया है. टीटीडी ने कहा कि मंदिर निकाय को घी आपूर्ति करने वालों ने आंतरिक मिलावट जांच सुविधा की कमी का फायदा उठाया. सप्लायरों को खराब सामानों की आपूर्ति करने पर ब्लैक लिस्ट में डालने की प्रक्रिया शुरू की गई है.

चार सैंपल की जांच रिपोर्ट एक जैसे

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामल राव ने कहा कि मंदिर प्रशासन प्रसादम के लड्डू में इस्तेमाल होने वाली चीजों की गुणवत्ता को लेकर सख्त पैमानों का पालन कर रहा है. उन्होंने कहा कि चार सैंपल की जांच रिपोर्ट में एक जैसे रिजल्ट मिले थे जिसके बाद घी की आपूर्ति तुरंत रोक दी गई. कॉन्टैक्टर को ब्लैक लिस्ट में डालने की प्रक्रिया शुरू की गई है.

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