छत्तीसगढ़ के हसदेव जंगल में पेड़ों की कटाई के मामले में एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती दिख रही है. गुरुवार को पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया. इसी घटना को लेकर कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर हमलावर हैं.
हसदेव की घटना का उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला करते हुए अपने एक्स पर पोस्ट किया कि हसदेव अरण्य में पुलिस बल के हिंसक प्रयोग से आदिवासियों के जंगल और ज़मीन के जबरन गबन का प्रयास उनके मौलिक अधिकार का हनन है.
बहुजन विरोधी भाजपा
राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के दौरान विधानसभा में सर्वसम्मति से हसदेव के जंगल को न काटने का प्रस्ताव पारित हुआ था, जिसमें तत्कालीन विपक्ष यानी बीजेपी की भी सम्मिलित सहमति थी. मगर सरकार में आते ही न तो उन्हें यह प्रस्ताव याद रहा और न ही हसदेव के इन मूल निवासियों की पीड़ा और अधिकार का ख्याल आया.
बीजेपी पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने इसे बहुजन विरोधी करार दिया. राहुल ने कहा कि अपने और अपने मित्रों के स्वार्थ की खातिर यह सरकार आम नागरिकों और पर्यावरण को भयावह हानि पहुंचाने को तैयार है. आज देशभर के बीजेपी शासित राज्यों में ऐसे ही हथकंडों और षड्यंत्रों से आदिवासी अधिकारों पर लगातार आक्रमण किए जा रहे हैं. कांग्रेस आदिवासी भाइयों और बहनों के जल, जंगल और ज़मीन की रक्षा हर कीमत पर करेगी.
पुलिस से झड़प
पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुआ है. इस झड़प में कई लोग भी घायल बताए जा रहे हैं.
पुलिस के बल प्रयोग की इस घटना के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. जानकारी के अनुसार जंगल में लगभग 6000 पेड़ों की कटाई की जानी है, जिसके कारण लगभग 140 हेक्टेयर जंगल को साफ किया जाएगा, जहां कोल ब्लॉक का काम शुरू होगा.