उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी को हिंसा का जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही राहुल गांधी ने यूपी पुलिस को भी घेरा है. सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर के कांग्रेस नेता ने कहा, संभल उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाजी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना – जिसकी सीधी जिम्मेदार बीजेपी सरकार है.
उत्तर प्रदेश के संभल में शाही मस्जिद के सर्वे को लेकर 24 नवंबर को हिंसा भड़क उठी. हिंसा इतनी भड़क गई कि इसमें 5 लोगों की मौत हो गई, साथ ही 30 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. घायलों में एसडीएम सहित पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. दरअसल, हिंदू पक्ष शाही मस्जिद को लेकर कह रहा है कि यहां पर हरिहर मंदिर था. इसी को लेकर सर्वे चल रहा था, जिसके बाद हिंसा हुई.
राहुल गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, बीजेपी का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के. मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं. मेरी अपील है कि शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखें. हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफरत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े.
ओवैसी ने की सख्त कार्रवाई की मांग
संभल हिंसा को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सदन में चर्चा की मांग की. ओवैसी ने कार्य स्थगन का नोटिस दिया है. ओवैसी ने संभल हिंसा को लेकर कहा, हिंसा ने हालात को गंभीर बना दिया है, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई है. उन्होंने कहा कि इस हिंसा के पीछे की वजह और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है. ओवैसी ने चाहते हैं कि सरकार इस मामले में स्थिति साफ करें और दोषियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की जाए.
साथ ही ओवैसी ने पोस्ट कर कहा, संभल में पुर-अमन एहतिजाज करने वालों पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा फायरिंग करने कि हम कड़ी निंदा करते हैं, पुलिस की फायरिंग में तीन नौजवानों की मौत हुई है. उन्होंने आगे कहा, इस हादसे की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो अफसर जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए.
जिया उर रहमान बर्क ने यूपी पुलिस को घेरा
सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क ने संभाल हिंसा पर कहा, पुलिस की कॉन्सपिरेसी के तहत काम हुआ. निर्दोष लोगों के मारे जाने पर पुलिस वालों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो. जब सब कुछ शांति से चल रहा था तब वहां भीड़ लाकर नारे लगवाने की क्या जरूरत थी. मैं इस मुद्दे को पूरी ताकत से संसद में उठाऊंगा.
चंद्रशेखर आजाद ने संसद में उठाया मामला
सांसद और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने संभल हिंसा को लेकर जांच की मांग की है. उन्होंने कहा, संभल दंगे की जांच सुप्रीम कोर्ट में होनी चाहिए. उन्होंने आगे बताया, मैंने संसद में संभल के मुद्दे को उठाया सदन स्थगित हो गया, लेकिन इस मुद्दे को हम फिर उठाएंगे. साथ ही चंद्रशेखर आजाद ने कहा, मैं पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए संभल जा रहा हूं.
संभल में कैसे भड़की हिंसा
तारीख 24 नवंबर 2024 जब संभल की शाही मस्जिम में सर्वे हुआ. मस्जिद पर हिंदू समुदाय का दावा कर रहा है कि यह हरिहर मंदिर था, इसी के बाद मस्जिद में सुबह सर्वे हुआ. सर्वे 2 घंटे आराम से चलता रहा, इसी के बाद मस्जिद के बाहर लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई और फिर शांत माहौल हिंसा में बदल गया.
इसके बाद देखते ही देखते हालात इतने खराब हो गए कि बड़ा बवाल खड़ा हो गया. उपद्रवियों ने गाड़ियों में आग लगा दी, पुलिस पर पथराव भी हुआ, फायरिंग भी हुई. पुलिस ने भी हालात को काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले दागे. इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई. सुरक्षा को देखते हुए इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है. स्कूल बंद कर दिए गए हैं. पुलिस तैनात है. साथ ही प्रशासन ने 1 दिसंबर तक इलाके में बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन और जन प्रतिनिधियों की एंट्री पर रोक लगा दी है.