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भोपाल: जमातखाने में गूंजा ‘मोदी है तो मुमकिन है’, BJP प्रत्याशी ने लगवाए नारे, कांग्रेस ने बताया आचार संहिता का उल्लंघन

भोपाल में बोहरा समाज के एक जमातखाने में पीएम मोदी के नाम के नारे लगे हैं. यहां मौजूद लोगों ने ‘मोदी है तो मुमकिन है’ और ‘अबकी बार 400 पार’ के नारे लगाए. लोगों के हाथों में मोदी के पोस्टर भी दिखे. इसका वीडियो सामने आया है.

वीडियो में भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी आलोक शर्मा भी नजर आ रहे हैं. बोहरा समाज के आमिल जौहर अली शाकिर भी दिख रहे हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की, कहा- हम उनकी सफलता की कामना करते हैं. उनसे हमारे घर जैसे रिश्ते हैं. इधर, कांग्रेस ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताकर कार्रवाई की मांग की है.

वीडियो 12 अप्रैल शुक्रवार का पुराने शहर के जुमेराती इलाके में स्थित दाउदी बोहरा समाज के जमातखाना का बताया जा रहा है. जहां उर्स को लेकर रात करीब 9:30 बजे एक मजलिस (सभा) हुई थी. जिसमें 400 से ज्यादा लोगों की मौजूदगी में बीजेपी प्रत्याशी आलोक शर्मा ने अपनी बात रखी और मोदी के नाम के नारे लगवाए.

इस वीडियो पर दाऊदी बोहरा समाज के प्रवक्ता इब्राहिम अली दाउदी ने कहा- मैं इस बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं कर सकता हूं, बस यह कह सकता हूं वह समाज की मस्जिद नहीं, बल्कि जमातखाना है. मस्जिद लिखकर जिस तरह से मामले को हाई लाइट किया जा रहा है, इससे पूरा बोहरा समाज नाराज है.

वहीं, इस मामले में भाजपा प्रत्याशी अलोक शर्मा का कहना है कि बोहरा समाज के लोगों ने उन्हें अलीगंज वाले हॉल में बुलाया था. जो भी है, वीडियो में दिख रहा है.

बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों के मुंह पर तमाचा, मस्जिद में गूंजा ‘हर-हर मोदी, घर-घर मोदी’ नारा. पीएम मोदी के समर्थन में की जमकर नारेबाजी. भोपाल की अलीगंज मस्जिद में बोहरा समाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के पोस्टर के साथ लगाया ‘अब की बार 400 पार’ का नारा. इस दौरान बोहरा समाज के प्रतिनिधियों से मिले बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी आलोक शर्मा. ‘मोदी है तो मुमकिन है.’

इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज ने कहा कि राजनीति के लिए धर्म का दुरुपयोग करना बीजेपी के नेताओं की आदत में है. भाजपा प्रत्याशी आलोक शर्मा मस्जिद में जाकर नमाजियों से बीजेपी और मोदी जी के लिए नारे लगवा रहे हैं. क्या यह आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है, मैं पूछना चाहता हूं कि चुनाव आयोग क्या इसमें कार्रवाई नहीं करेगा?

अब्बास हफीज ने कहा- जिन बीजेपी के नेताओं को ईदगाह में लोगों से मिलने जाने पर बहुत तकलीफ होती है, जब अलोक शर्मा ने ऐसा किया तो क्या यह दोहरा चरित्र नहीं है. मैं बीजेपी के नेताओं और चुनाव आयोग से भी पूछता हूं कि क्या वह संज्ञान लेंगे.

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