रायपुर। लोकसभा चुनाव सिर पर है। चार दिनों के बाद तीसरे चरण में रायपुर लोकसभा के लिए मतदान होना है। लेकिन चुनावी परीक्षा में अफसरों से लेकर माइक्रो आब्जर्वर तक फेल होते नजर आ रहे हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में मतदान केंद्रों की कमान संभालने वाले मतदानकर्मियों का चार दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम दो चरणों में पूरा हो चुका है। तकरीबन साढ़े आठ हजार पोलिंग अफसरों को प्रशिक्षण देने के बाद परीक्षा ली गई। इसमें 827 अफसर फेल हो गए हैं, जिसमें माइक्रो आब्जर्वर सहित कई अन्य अफसर शामिल हैं।
आयोग द्वारा इस बार मतदानकर्मियों की आनलाइन परीक्षा लेकर योग्यता की जांच की गई। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनना था। परीक्षा सबमिट होने के बाद रिजल्ट भी दिया गया है। ट्रेनिंग के बाद हुई परीक्षा में 8,483 पोलिंग अफसर शामिल हुए थे। अभी तक दो चरणों की प्रक्रिया में पोलिंग अफसर और माइक्रो आब्जर्वर समेत 827 लोग फेल हो गए हैं। वहीं, तीसरा चरण का प्रशिक्षण तीन मई से शुरू होगा।
234 में से 19 फेल
चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने नियुक्त किए गए रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को ट्रेनिंग दी। वहीं, परीक्षा में पोलिंग अफसरों के साथ ही माइक्रो आब्जर्वर को शामिल किया गया था। इस दौरान 234 माइक्रो आब्जर्वर शामिल हुए, जिनमें से 19 फेल हो गए हैं। उनके डाउट क्लियर कर फिर ट्रेनिंग दी गई है। परीक्षा में चुनाव से जुड़ी गतिविधियों को लेकर सवाल पूछे गए थे। इस परीक्षा में पास होना अनिवार्य किया गया है। जिन अफसरों का मूल्यांकन कम आया उन्हें फिर से परीक्षा देकर पास होना होगा।
कुछ इस तरह के पूछे गए सवाल
परीक्षा में मतदाता सूची पुनरीक्षण के कार्यों से लेकर नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पर भी सवाल किए गए थे। इसके अलावा इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन, बैलेट पेपर, मतदान केंद्रों के निर्धारण, स्वीप गतिविधियां, दिव्यांगजनों से वोटिंग कराने का फार्मूला, मतदान और मतगणना केंद्रों पर कर्मचारियों की तैनाती व सुरक्षा व्यवस्था, विवाद की स्थिति में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया की जानकारी मांगी गई थी।