सूरत लोकसभा सीट पर BJP के निर्विरोध जीतने के बाद मंगलवार को आम चुनाव और 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव शाम 6 बजे संपन्न हो गया. कुछ छिटपुट घटनाओं और शिकायतों को छोड़कर शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव संपन्न करा लिया गया.
चुनाव आयोग की घोषणा के मुताबिक, शाम 5 बजे तक प्रदेश भर में 60 फीसदी और विधानसभा उपचुनाव में औसतन 56.56 फीसदी मतदान होने की जानकारी दी गई है. 25 लोकसभा सीटों के लिए कुल 266 उम्मीदवारों और कुल 24 विधानसभा उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत EVM में बंद हो गई है.
गुजरात चुनाव के तीसरे चरण में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, परषोत्तम रूपाला, मनसुख मंडाविया और देवुसिंह चौहान भी उम्मीदवार थे. फिलहाल सबसे ज्यादा 72.24 फीसदी मतदान वलसाड में दर्ज किया गया है, जबकि सबसे कम 49.22 फीसदी मतदान अमरेली में दर्ज किया गया है. गुजरात में पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में औसत मतदान 64.51 प्रतिशत हुआ था.
आधिकारिक परिणाम की घोषणा 4 जून को वोटों की गिनती होने पर की जाएगी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. भारती ने कहा, मंगलवार, 7 मई को मतदान के दौरान भारत निर्वाचन आयोग को 8 अलर्ट प्राप्त हुए. जिसमें 3 अलर्ट EVM को लेकर, 1 आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर और 4 अन्य अलर्ट थे. मतदान के दिन सी-विजिल के माध्यम से कुल 186 शिकायतें प्राप्त हुईं तथा आचार संहिता प्रारंभ होने से मतदान पूर्व दिवस तक कुल 5,315 शिकायतें प्राप्त हुईं.
बताया गया है कि भरूच के केसर, सूरत के सनधारा और बनासकांठा के बखरी के ग्रामीणों ने मतदान का पूरी तरह से बहिष्कार किया है. जबकि मांगरोल के भटगाम और बालासिनोर के बोडोली और पुंजारा गांव आंशिक बहिष्कार से अवगत हैं. राज्य के करीब 25,000 मतदान केंद्रों से वेबकास्टिंग की गई.