प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित डांग जिले में मौसम ने अपना मिजाज बदल लिया है. पिछले तीन दिनों से कहीं गरज कहीं चमक के साथ बारिश हो रही है. कहीं-कहीं ओलावृष्टि के साथ बेमौसम बारिश भी हो रही है. मानसून के कारण फलों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. कुछ स्थानों पर झाड़ियां सहित घरों के पत्ते नष्ट हो गए हैं. सापूतारा, शामगाहन, गलकुंड, अहवा, चिखली, बोरखल और महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिलों सहित डांग जिले के पहाड़ी इलाकों में बिजली गिरने के साथ बेमौसम बारिश हुई है. मंगलवार को डांग जिले के गांवों में लगातार तीन दिन तक मौसम बदलने से डांगी टाट के क्षतिग्रस्त होने की बारी आ गई, यहां तक कि सापुतारा हिल स्टेशन पर भी बेमौसम बारिश से पर्यटन स्थलों का माहौल खुशनुमा हो गया. सापूतारा हिल पर बारिश के मौसम के कारण वातावरण में शीतलहर फैलने से पर्यटक खुश हो गए.
तीन दिन से जारी है बेमौसम बारिश का कहर, फसलों को हुआ भरी नुकसान, जन-जीवन हुआ अस्त-व्यस्त
