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चश्मे-दांतों का उड़ाया मजाक, खूब पीटा, स्कूल में इतना टॉर्चर हुआ 10 साल का बच्चा, की आत्महत्या

स्कूल और कॉलेजों में बच्चों की रैगिंग के तमाम मामले सामने आए हैं. तमाम मासूम बच्चे छोटी क्लास में ही परेशान किए जाते हैं. ऐसे मामले भी सामने आए, जब बच्चों ने रैगिंग से परेशान होने पर आत्महत्या तक कर ली. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. एक बच्चे को स्कूल में इस हद तक टॉर्चर किया गया कि उसने आत्महत्या कर ली. हैरानी की बात ये है कि बच्चे की उम्र महज 10 साल थी.

उसके माता-पिता को पहले से पता था कि उनके बच्चे के साथ ऐसा हो रहा है. जिसकी शिकायत उन्होंने स्कूल से 20 बार की थी. लेकिन स्कूल की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया. मामला अमेरिका के इंडियाना का है. NBC’s WTHR की रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे को बीते साल से खूब परेशान किया जाता रहा है. नाबालिग बच्चे के माता-पिता ने कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत भी की थी. बीते साल से उसे एलिमेंट्री स्कूल में परेशान किया जाना शुरू हुआ.

रिपोर्ट में बच्चे के पिता के हवाले से लिखा गया है, ‘शुरुआत में वो उसके चश्मे का मजाक उड़ाया करते थे, फिर उसके दांतों का मजाक उड़ाने लगे. ये बहुत लंबे वक्त तक चलता रहा. उसे स्कूल बस में पीटा गया और बुली करने वाले बच्चों ने उसके चश्मा और बाकी सारा सामान तोड़ दिया.’ शिकायत पर पूछे गए सवाल पर बच्चे के माता-पिता ने कहा कि उन्होंने शिकायत की थी, लेकिन स्कूल सुप्रीटेंडेंट ने इससे इनकार किया है.

हालांकि, स्कूल के अधिकारियों ने स्वीकार किया कि बच्चे के माता-पिता के साथ पूरे साल बातचीत होती रही है. बच्चे की मां निकोल ने कहा कि उनका मानना है कि उनके बेटे ने लगातार टॉर्चर होने की वजह से अपनी जान दे दी. उन्होंने कहा कि उसके साथ बीते हफ्ते स्कूल के टॉयलेट में कुछ ऐसा हुआ था, जिसके बाद वो स्कूल जाने से डर रहा था.

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