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ऐसा कैसा स्मार्ट मीटर! 9.24 लाख रुपए का आया बिजली का बिल! पैरों तले खिड़की जमीन

अगर आपके घर का लाइट बिल 9,24,254 रुपये बकाया है, ऐसा मैसेज आए तो आपका क्या होगा? ऐसा ही कुछ हुआ वडोदरा शहर के गोरवा इलाके में रहने वाले मृत्युंजय धर के साथ. स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. उस वक्त वह व्यक्ति हैरान रह गया जब MGVCL ने मैसेज भेजा कि स्मार्ट मीटर में लाइट का बिल 9.24 लाख रुपये बकाया है. आमतौर पर उनका बिल प्रति माह 2 हजार के आसपास आता है और जैसे ही स्मार्ट मीटर चालू हुआ तो लाखों रुपये का बिल बकाया होने का मैसेज आ गया. जिससे यह परिवार परेशान था. इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है. हालांकि, MGVCL के एमडी तेजश परमार ने कहा कि मानवीय भूल के कारण 9.24 लाख का बिजली बिल का मैसेज भेजा गया है. स्मार्ट मीटर लगाने के बाद ग्राहक को MGVCL की ओर से 1073 रुपए ग्राहक को शीघ्र ही धन वापस कर दिया जाएगा.

मृत्युंजय धर गोरवा इलाके के रिद्धिसिद्धि सोसायटी में किराए के मकान में रहते हैं और केंद्र सरकार में कार्यरत हैं. जब उसके मोबाइल पर इतनी भारी भरकम बिजली का बिल बकाया होने का मैसेज आया तो उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई और वह तब तनाव में आ गया. हालाँकि, वह इस मामले की आगे जाँच नहीं कर सके क्योंकि वह छुट्टियों पर अपने घर कोलकाता जा रहे थे.

मृत्युंजय धर ने कहा, मैं गोरवा इलाके में रिद्धिसिद्धि सोसायटी में पिछले 7 साल से किराए पर रह रहा हूं. मुझे हर महीने औसतन करीब 2 हजार रुपए का लाइट बिल आता है लेकिन 4 से 5 दिन पहले मेरे मोबाइल पर मैसेज आया कि आपका स्मार्ट मीटर लग गया है और आपका बकाया 9,24,254 रुपए है. आपको हर महीने 5 हजार रुपये देने होंगे.

उन्होंने आगे कहा कि चूंकि मैं छुट्टियों पर कोलकाता जा रहा था, इसलिए मैं इतने बड़े बिल के बारे में पता नहीं लगा सका. मैं वापस आऊंगा और मामले को देखूंगा.’ मैंने पड़ोसियों से भी जाँच करने के लिए कहा है. मुझे यह भी नहीं पता कि मेरे घर में स्मार्ट मीटर कब आये.

सामाजिक कार्यकर्ता वीरेन रामी ने कहा कि स्मार्ट मीटर से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. हाउसिंग सोसाइटी में रहने वाले एक शख्स को 9.24 लाख रुपये का बिल आया है. फिर इस परिवार पर संकट मंडरा रहा है. इन स्मार्ट मीटरों को हटाया जाए और पुराने मीटरों को बदला जाए.

MGVCL द्वारा अक्सर लोगों को लाखों रुपये के बिल भेजकर ठगा जाता है. फिर स्मार्ट मीटर में भी इस तरह का घोटाला सामने आया है. हालांकि, इस तरह के मजाक से लोगों को प्रताड़ना का सामना भी करना पड़ता है.

MGVCL के एमडी तेजश परमार ने बताया कि गोरवा इलाके में किराए पर रहने वाले मृत्युंजय नाम के व्यक्ति को उनके मोबाइल फोन पर मैसेज के जरिए बिजली बिल दिया गया. MGVCL ने मीडिया रिपोर्टों के बाद ग्राहक के विवरण का सत्यापन किया. MGVCL के एमडी तेजश परमार ने सफाई देते हुए कहा कि मानवीय भूल के कारण 9.24 लाख के बिजली बिल का मैसेज भेजा गया है. स्मार्ट मीटर लगाने के बाद ग्राहक को MGVCL की ओर से 1073 रु. ग्राहक को शीघ्र ही धन वापस कर दिया जाएगा.

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