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PM मोदी के बयान पर अमेरिका बोला- बीच में नहीं पड़ेंगे, भारत-पाकिस्तान तनाव से बचें

PM नरेंद्र मोदी ने एक हफ्ते पहले चुनावी सभा के दौरान देश से आतंकवाद खत्म करने को लेकर केंद्र सरकार के कड़े फैसलों पर बात की थी. PM ने कहा था- आज भारत में मोदी की मजबूत सरकार है, आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाता है.

इसको लेकर अमेरिका की तरफ से रिएक्शन आया. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक प्रेस कांफ्रेंस में सवालों का जवाब देते हुए कहा- अमेरिका इसके बीच में नहीं पड़ने वाला है, लेकिन हम भारत और पाकिस्तान दोनों से कहना चाहेंगे कि जितना हो सके टकराव से बचें और बातचीत के जरिए हल निकालें.

पिछले कुछ समय से पाकिस्तान लगातार भारत पर टारगेट किलिंग के आरोप लगा रहा है. 14 अप्रैल को खबर आई थी भारतीय नागरिक सरबजीत को मारने के आरोपी लाहौर के डॉन अमीर सरफराज की हत्या हो गई है. कुछ बाइक सवार लोगों ने उसे गोली मार दी.

इसके बाद पाकिस्तान के इंटीरियर मिनिस्टर (गृह मंत्री) मोहसिन नकवी ने अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की मौत में भारत का हाथ होने की आशंका जताई थी. नकवी ने कहा था कि पिछले दिनों हुई हत्याओं में भी भारत सीधे तौर पर शामिल था. इस हत्या में भी वैसा ही पैटर्न नजर आ रहा है.

पिछले कुछ समय से पाकिस्तान में कई आतंकियों को अज्ञात हमलावरों द्वारा मारा जा रहा है. ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ की हाल ही में आई एक रिपोर्ट में इन टारगेट किलिंग के लिए भारत को जिम्मेदार बताया गया था. अखबार ने दावा किया था कि भारत सरकार ने विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने की रणनीति के तहत पाकिस्तान में कई लोगों की हत्या की.

रिपोर्ट में लिखा गया था, “2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद से भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने 20 हत्याएं करवाईं. इन सभी को भारत अपना दुश्मन मानता था. भारत पर हाल ही में कनाडा और अमेरिका में सिखों की हत्या के आरोप लगे. इसके बाद यह पहली बार है जब किसी भारतीय इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने पाकिस्तान में चलाए जा रहे भारतीय ऑपरेशन पर बात की.”

विदेश मंत्री एस जयशकंर ने कहा, “टारगेट किलिंग करना भारत की विदेश नीति में नहीं है.” वहीं, विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आरोप झूठे हैं और भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है. पाकिस्तान के अलावा कनाडा और अमेरिका ने भी भारत पर टारगेट किलिंग के आरोप लगाए हैं. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल अपनी संसद में कहा था कि भारत ने उनके नागरिक और सिक्ख एक्टिविस्ट हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कराई है. भारत ने इन आरोपों को खारिज किया था.

इसके बाद अमेरिका ने आरोप लगाया था कि भारत ने उनके नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या कराने की साजिश रची. दरअसल, हरपदीप सिंह निज्जर और गुरपतवंत सिंह पन्नू दोनों को भारत आतंकी मानता है. अलग-अलग मामलों में दोनों पर भारत में केस दर्ज हैं.

गार्जियन की रिपोर्ट में कहा गया कि, “पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने बताया कि हत्याएं UAE में रहने वाले भारतीय खुफिया विभाग के स्लीपर सेल ने की. 2023 में हत्याओं के मामले बढ़े क्योंकि ये स्लीपर सेल लोकल क्रिमिनल या गरीब पाकिस्तानियों को हत्या करने के लिए लाखों रुपए देते हैं. 2023 में 15 लोगों की हत्या की गई. इन सभी को अज्ञात हमलावरों ने करीब से गोली मारी.”

रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि भारतीय एजेंट्स ने हत्याएं करने के लिए कथित तौर पर जिहादियों को भी भर्ती किया, जिससे उन्हें विश्वास हो गया कि वे “काफिरों” को मार रहे हैं.

द गार्जियन’ ने लिखा था, “एक भारतीय इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने हमें बताया कि इस तरह के ऑपरेशन को करने में सरकार के अप्रूवल की जरूरत होती है. भारत को ऐसा करने के लिए इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद और रूसी खुफिया एजेंसी KGB से प्रेरणा मिली. दोनों एजेंसियों को विदेशी धरती पर हत्याओं से जोड़ा जाता है.”

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