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भांजे के प्यार में पागल थी मामी, पूर्व प्रेमी करने लगा ब्लैकमेल तो चेन्नई से गोरखपुर बुलाकर करा दी हत्या, ऐसे हुआ खुलासा

यूपी के गोरखपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक शादीशुदा महिला ने पहले अपने प्रेमी को चेन्नई से जिले में बुलाया फिर दूसरे प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या करा दी. उसके बाद दो अन्य रिश्तेदारों संग मिलकर शव को फैलाहवा ताल घाट में फेंक दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद वो अपनी निजी लाइफ में मशगूल हो गई, जैसे कुछ हुआ ही ना हो. लेकिन अब पुलिस ने उसे पकड़ लिया है. आइए जानते हैं पूरा मामला…

दरअसल, गोरखपुर के थाना गुलरिहा क्षेत्र में बीती 19 जून को एक पुरुष की डेड बॉडी मिली थी. इसकी जानकारी होने पर तत्काल स्थानीय पुलिस द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया. हालांकि, शव को देखकर यह पहचान नहीं हो पा रही थी वह किसका है. क्योंकि, शव की हालत काफी खराब हो चुकी थी.

इसके बाद उस अज्ञात डेड बॉडी को मोर्चरी हाउस में रखवा दिया गया. मगर घटना के 72 घंटे बीत जाने के बाद भी जब उस अज्ञात बॉडी की शिनाख्त नहीं हो पाई तो उसका पोस्टमार्टम कराया गया और आखिर में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया.

ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा

चूंकि, घटना के दो दिन से अधिक का समय निकल चुका था, बावजूद इसके कोई भी बॉडी को क्लेम करने नहीं पहुंचा था. ऐसे में पुलिस ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से सूचना फैलाई. जिसपर 27 जून को चिलुआताल के एक व्यक्ति ने शव की शिनाख्त की और दावा किया कि जिस व्यक्ति की डेड बॉडी मिली है वह उनका बेटा सिंटू कुमार है, जो चेन्नई में रहकर के काम करता था. बीते 14 जून को वो यह कहकर चेन्नई से निकला था कि किसी काम के लिए बेंगलुरु जा रहा है, लेकिन बेंगलुरु नहीं पहुंचा. तभी से सिंटू कुमार गायब चल रहा था.

पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की तो मामला प्रेम प्रसंग का निकला. असल में भांजे के प्रेम में पड़ी एक महिला ने पूर्व प्रेमी (सिंटू) की हत्या कराई थी. क्योंकि, वह अवैध संबंध में बाधक बन रहा था. अब पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर महिला, उसके भांजे और सहयोगियों को जेल भेज दिया है.

आरोपियों के पास से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल डंडा, मृतक का पर्स व आधार कार्ड बरामद कर लिया है. हत्यारोपियों की पहचान प्रियंका निषाद, भांजा बृजेंद्र निषाद, आकाश कुमार और शिव कुमार के रूप में हुई है.

मृतक सिंटू चेन्नई से अपनी प्रेमिका प्रियंका से मिलने गोरखपुर आया था. प्रियंका ने उसे षड्यंत्र के तहत बुलाया था. क्‍योंकि, सिंटू उसकी कुछ प्राइवेट फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्‍लैकमेल कर र‍हा था. सिंटू की गला घोटकर और डंडे से वार कर हत्‍या की गई थी. फिर उसकी लाश को तालाब में फेंक दिया गया था.

क्या कहना है पुलिस का?

मामले का सफल अनावरण करते हुए एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि पुलिस को एक लावारिस लाश की सूचना मिली थी. सोशल मीडिया का सहारा लेकर जब उसका पता लगाया तो एक व्यक्ति आया जिसने यह स्वीकार किया कि मृतक उसका बेटा सिंटू है. वो चेन्नई में काम करता था. उसका गांव की एक शादीशुदा महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. जांच में पुलिस ने यह पाया कि महिला ने अपने दूसरे प्रेमी जो कि रिश्ते में उसका भांजा लगता है उसके साथ मिलकर प्रेमी सिंटू को मारने का षड्यंत्र रचा था.

आरोपी महिला ने बताया कि मृतक के पास उसकी कुछ आपत्तिजनक फोटो वीडियो थे, जिन्हें वो दिखाकर अक्सर ब्लैकमेल करता था. इसीलिए उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई. फिलहाल, पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की विधिक कार्यवाही कर रही है.

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