ChatGPT की पैरेंट कंपनी OpenAI एक नया प्रोडक्ट लॉन्च कर सकती है. रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी Google को टक्कर देने के लिए सर्च इंजन लॉन्च कर सकती है. ऐसा लगता है कि Microsoft, OpenAI के जरिए गूगल सर्च को टक्कर देने की तैयारी में है. कंपनी का Bing सर्च इंजन बहुत ज्यादा कोई कमाल नहीं कर पाया है.
ChatGPT के बाद OpenAI अब एक नया प्रोडक्ट लॉन्च करने वाला है. रिपोर्ट्स की मानें तो OpenAI सीधे Google को टक्कर देने की प्लानिंग कर रहा है. इसके लिए कंपनी एक सर्च इंजन लॉन्च कर सकती है. Jimmy Apples ने इसका दावा किया है. कंपनी एक बड़े इवेंट की प्लानिंग कर रही है, जो 9 मई को हो सकता है.
OpenAI ने कुछ दिनों पहले ही एक इवेंट के लिए टीम हायर करनी शुरू की थी, जिसके बाद इसका कयास लगाया जा रहा है. Jimmy Apples ने बताया, ‘वे इन-हाउस इवेंट स्टाफ और इवेंट मार्केटिंग के लिए जनवरी से हायरिंग कर रहे हैं और पिछले महीने ही एक इवेंट मैनेजर को हायर किया है.’
इन सभी को ध्यान में रखते हुए कयास लगाया जा रहा है कि OpenAI जल्द ही एक बड़ा इवेंट कर सकती है. इस इवेंट में कंपनी अपना अगला बड़ा प्रोजेक्ट लॉन्च कर सकती है. इसके अलावा रिपोर्ट्स में OpenAI के अंदर अप्रैल से चल रही एक्टिविटीज को भी शेयर किया गया है.
Jimmy ने बताया, ‘OpenAI ने अप्रैल में 50 से ज्यादा सब-डोमेन क्रिएट किए हैं.’ रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर इन कयासों को सही माना जाए, तो OpenAI अपना सर्च इंजन लॉन्च कर सकता है. बता दें कि इसी महीने गूगल का भी बड़ा इवेंट है. कंपनी 14 मई को Google I/O का आयोजन कर रही है.
इसके साथ ही OpenAI अपने इवेंट में Perplexity AI को टक्कर देने के लिए भी कुछ ऐलान कर सकता है. हाल में ही माइक्रोसॉफ्ट ने अपने कर्मचारियों को इस AI का इस्तेमाल करने से रोक दिया है. उन्होंने सिक्योरिटी कारणों से इस पर बैन लगाया है.
पहले भी कुछ रिपोर्ट्स में OpenAI के सर्च इंजन को लेकर जानकारी आ चुकी है. दावा किया जा रहा है कि कंपनी एक सर्च प्रोडक्ट बना रही है, जो गूगल को टक्कर देगा. ये सर्च Bing के इन्फ्रास्ट्रक्चर का फायदा उठा सकता है. हाल में Sam Altman ने Lex Fridman के पॉडकास्ट में इसका संकेत भी दिया था.
हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि वो सीधे तौर पर गूगल सर्च जैसा कोई प्रोडक्ट नहीं बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘मौजूदा मॉडल मुझे बोरिंग लगता है. सवाल एक बेहतर ‘गूगल सर्च’ बनाने का नहीं है. ये बुनियाद को मजबूत करने का है.’ माइक्रोसॉफ्ट लंबे समय से गूगल को टक्कर देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अब तक उन्हें Bing के जरिए वो सफलता नहीं मिली है.