कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने शुक्रवार को अपनी बैठक में हालिया विधानसभा चुनावों के नतीजों और पार्टी के सामने खड़े कई अन्य अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई. यह बैठक कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक के बीच राहुल गांधी और प्रियंका निकलकर 10 जनपथ चले गए.
बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, संचार प्रभारी जयराम रमेश समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. पार्टी ने महाराष्ट्र और हरियाणा में हालिया विधानसभा चुनावों में मिली हार की समीक्षा की और भविष्य की रणनीतियों और दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की.
चुनाव नतीजों पर मंथन
बैठक के दौरान नेताओं ने हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और उसके सहयोगियों को मिली हार पर चर्चा की. महाराष्ट्र में पार्टी की करारी हार ने कांग्रेस नेतृत्व को आत्मचिंतन के लिए मजबूर किया है. इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को आश्चर्यजनक हार का सामना करना पड़ा था.
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस कार्य समिति चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन का आकलन कर रही है. इसके साथ ही, बैठक में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से जुड़े मुद्दे पर भी चर्चा की संभावना है. पार्टी के कुछ नेताओं का मानना है कि ईवीएम पर सवाल उठाना और इस मुद्दे को व्यापक जनमत का हिस्सा बनाना जरूरी है.
आगामी चुनावों की रणनीति पर चर्चा
बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनावों पर विशेष रूप से चर्चा हुई. पार्टी ने दिल्ली में चुनावी रणनीति, प्रचार अभियान और उम्मीदवार चयन जैसे मुद्दों पर अपने विचार साझा किए. साथ ही, आगामी चुनावों के लिए मजबूत और प्रभावी रणनीति बनाने की जरूरत पर बल दिया गया.
राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर फोकस
बैठक में देश के मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य पर भी विचार किया गया। कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए. नेताओं ने देश में बढ़ती असमानता और कमजोर आर्थिक विकास दर पर चिंता व्यक्त की.
बैठक के बाद बोले जयराम रमेश
बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘यह वक्त आत्मनिरीक्षण और संगठित प्रयासों का है. हम उन क्षेत्रों में भी मजबूती से खड़े होने की योजना बना रहे हैं, जहां हमारा प्रदर्शन कमजोर रहा है.’
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि कैसे कांग्रेस अपने संदेश को अधिक प्रभावी ढंग से जनता तक पहुंचा सकती है. राहुल गांधी ने बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं से जमीनी स्तर पर काम करने की अपील की और जनसंपर्क बढ़ाने पर जोर दिया.