लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस वायनाड में आई विनाशकारी आपदा के शिकार लोगों की मदद के लिए तैयार है. कांग्रेस वायनाड में 100 से अधिक घर बनाने का वादा करती है. साथ ही वायनाड के पूर्व सांसद ने कहा कि केरल ने किसी एक क्षेत्र में ऐसी भीषण त्रासदी कभी नहीं देखी थी. हम इस मामले को दिल्ली में उठाएंगे. राहुल इस समय भूस्खलन के बाद पीड़ितों से मिलने के लिए वायनाड के दौरे पर हैं.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “मैं कल से यहां पर हूं. यह एक भयानक त्रासदी है. आज हमने स्थीनीय प्रशासन और पंचायत के साथ बैठक की. उनकी ओर से हमें हताहतों की संख्या, तबाह हुए घरों की संख्या और उनकी रणनीति के बारे में जानकारी दी गई. हमने उनसे कहा कि हम मदद के लिए यहां आए हैं.”
यह अलग तरह की त्रासदीः राहुल गांधी
उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस परिवार यहां पर 100 से अधिक घर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. केरल ने इससे पहले ऐसी भीषण त्रासदी कभी नहीं देखी थी. मैं इसे दिल्ली में और यहां के सीएम (पिनाराई विजयन) के समक्ष उठाऊंगा. यह एक अलग स्तर की त्रासदी है और इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए.”
इससे पहले कल गुरुवार को राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान राहुल ने कहा कि वह उन लोगों को देखकर ‘बहुत ज्यादा दुखी’ हैं जिन्होंने विनाशकारी भूस्खलन में अपने परिजनों और घरों को खो दिया. उन्होंने इसे राष्ट्रीय आपदा करार दिया. उन्होंने कहा कि यह त्रासदी वायनाड, केरल और देश के लिए भयावह त्रासदी की तरह है.
सभी पीड़ितों को उनका हक मिलेः राहुल गांधी
राहुल ने कल वायनाड में कहा था, “हम यहां हालात का जायजा लेने आए हैं. यह बेहद दुखदायी है कि लोगों ने अपने परिजनों और घरों को खो दिया है. इन दुखद परिस्थितियों में पीड़ित लोगों से बात करना आसान नहीं होता क्योंकि आपको यह पता ही नहीं होता कि आखिर उनसे क्या कहना है. कैसे सांत्वना देना है. मेरे लिए आज का दिन बेहद मुश्किल भरा रहा. हमारी कोशिश रहेगी कि सभी पीड़ितों को उनका हक मिले.”
त्रासदी को अपने पिता को खोने जितना दुखदायी बताते हुए राहुल ने कहा, “मुझे वो दिन याद है कि जब मेरे पिता की मृत्यु हुई थी, मुझे कैसा महसूस हुआ था. यहां इस त्रासदी में लोगों ने न सिर्फ अपने पिता को खोया, बल्कि कई लोगों ने अपने पूरे परिवार को ही खो दिया है. मैं जानता हूं कि मैंने क्या महसूस किया है और यह उससे भी कहीं ज्यादा बुरा और भयावह है.” उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह एक राष्ट्रीय आपदा की तरह है.
इससे पहले अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ राहुल गांधी ने वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र चूरलमाला का दौरा किया. राहुल वायनाड से लोकसभा सांसद रहे हैं. 2019 के चुनाव में वह यहीं से चुने गए थे. 2024 के चुनाव में भी राहुल ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट और केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ा. दोनों ही सीट से उन्हें जीत मिली, लेकिन इस बार उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी.