कांग्रेस संसद में अपने सांसदों की सक्रियता पर नजर रखेगी. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के निर्देश पर ये एक्शन शुरू हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की एक समिति सांसदों के प्रदर्शन पर नजर रखेगी. राहुल गांधी ने पिछली बैठक में कहा था कि संसद में अकेले सिर्फ वह नहीं बोलेंगे. सबको मौका मिलेगा. बजट पर चर्चा के दौरान ऐसा दिखा भी. अब राहुल गांधी ने नए सिस्टम के तहत ये निगरानी रखने की रणनीति तैयार की है. समिति देखेगी कि कौन सांसद संसद में कितना सक्रिय है.
निगरानी समिति सांसदों ने जनहित के कितने नोटिस दिए, कितने सवाल पूछे, जीरो ऑवर में कौन सा मुद्दा उठाया , पार्टी द्वारा समय दिए जाने पर किस तैयारी से बोले, जैसे तमाम पैरामीटर्स पर उनकी परफॉर्मेंस आंकेगी. यही नहीं सांसदों की रैंकिंग भी की जाएगी.
इस बार की लोकसभा में कांग्रेस के सांसदों में अच्छा खासा इजाफा हुआ है. पार्टी के 99 सांसद चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. पार्टी के प्रदर्शन के बाद कांग्रेस का जोश हाई है. 10 साल बाद आधिकारिक तौर पर नेता प्रतिपक्ष का पद कांग्रेस के पास है. राहुल गांधी के पास ये जिम्मेदारी है.
सत्र के बाद राहुल गांधी का विदेश दौरा
राहुल गांधी की बात करें तो वो नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद लगातार एक्टिव हैं. वो एक-एक कर कई फैसले ले रहे हैं. देश में पार्टी को फिर से खड़ा करने के बाद वह विदेश में भारतीय मूल के लोगों का मूड समझने की कोशिश में जुटेंगे. वह अगले महीने अमेरिका के दौरे पर जा रहे हैं.
राहुल सितंबर के पहले हफ्ते में अमेरिका दौरे पर जा सकते हैं. इस दौरान राहुल गांधी एक हफ्ते तक कई कार्यक्रमों में शिकागो, कैलिफोर्निया के दौरे पर रहेंगे. इसके साथ ही राहुल वाशिंगटन के दौरे पर भी जा सकते हैं. राहुल गांधी अमेरिका में इंडियन डायसपोरा के साथ यूनिवर्सिटी के छात्रों से मुलाकात करेंगे. साथ ही राहुल अमेरिका में उद्योग जगत के लोगों से भी मुलाकात कर सकते हैं.