कुछ दिन पहले राजधानी रायपुर के निकट, तिल्दा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम किरना में सड़क पर 18 गाय की गाड़ी से टक़्कर की वजह से मृत्यु हुई थी और अब कोरिया जिला में नेशनल हाईवे पर बैठे 10 गौवंश को गाड़ी द्वारा कुचले जाने की बेहद पीड़ादायक घटना सामने आयी है। बलौदाबाजार जिले के. लवण तहसील में भी कमरे में ठूसकर रखे गए 14 मवेशीयों की मृत्यु की दुःखद ख़बर सामने आयी है। ये गौवंश बगैर चारा पानी के तङप तङप कर मर गए।
ये गौवंश का ये हाल गौसेवा के नाम पर उत्पात मचाने वाली भाजपा सरकार के शासनकाल में है। गौरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी करने वाले भाजपाई सिर्फ मासूमों की मॉब लिंचिंग करना हि गौसेवा समझते है। गाय के नाम पर वोट मांगना राजनीति करना हि इनके लिए गौसेवा है। आज गौमाता सड़कों पर भटक रही है, गौवंश के घर गौठान को बंद करने का पाप भाजपा की सरकार ने किया है।
Electoral बांड में बीफ कंपनी से किस पार्टी को मोटा चंदा मिला है ये किसी से छीपा नही है। आज भारत बीफ एक्सपोर्ट में सेकंड लार्जेस्ट कंट्री बन चुका है। किसके शासनकाल में ??? पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने गौसेवा के लिए गौठान बनाये थे। गोधन न्याय योजना बनाई थी लेकिन भाजपा सरकार ने दुर्भावना से इस योजनाओं को बंद कर दिया और गौवंश को सड़क पर बेमौत मरने के लिए छोड़ दिया है। वोट लेने के लिए तो गौसेवा का ढोंग करते है, गाय के नाम पर बेगुनाहों को पीट पीटकर मार डालते है लेकिन सरकार में आते ही गौसेवा की योजनाओं को बंद करके गाय को सड़क पर छोड़ देते है।
एक तरफ जहां किसान खुली चराई से परेशान हैं, वही सड़कों में दुर्घटनाएं बढ़ गई है। भाजपा की सरकार में गाय, भैंस के साथ जनता भी सड़कों पर बे मौत मरने मजबूर हैं। गौवंश का निवाला और आशियाना लूटने वाले गौरक्षा के नाम पर सिर्फ गुंडागर्दी करते है, भवानयें भड़का कर वोट लेते है।