बांग्लादेश में हिंसा के पीछे कौन है ???
आख़िर ऐसी क्या परिस्थिति हुई की बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ा।साथियों बांग्लादेश के वर्तमान हालात के पीछे पाकिस्तान और अमेरिका है ऐसी खबरें चल रही है। ऐसे कई तथ्य सामने आ रहें है, जो इस ख़बर को पुख्ता करते है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस के अमेरिका के साथ अच्छे संबंध है।शेख हसीना और अमेरिका के संबंध अच्छे नहीं रहें। बंगलादेश ज़ब शेखहसीना के पिता शेख मुजीबुर्रमान के नेतृत्व में पाकिस्तान से आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा था उस समय अमेरिका ने पाकिस्तान का साथ दिया था और पाकिस्तान के सहायता के लिए सांतवा बेडा भेजा था।इस युद्ध में बांग्लादेश पर पाकिस्तान के अत्याचार को देखते हुए भारत ने बंगालदेश का साथ दिया था इससे नाराज़ अमेरिका ने भारत को धमकी भी दी थी लेकिन आयरन लेडी इंदिरा गाँधी जी इससे डरी नहीं और उन्होंने बांग्लादेश को आज़ाद कराया था।
इस वजह से भी अमेरिका अक्सर बांग्लादेश की राजनीति में हस्तक्षेप करता रहता है| 26 मई को बांग्लादेश प्रधानमंत्री आवास पर शेख हसीना ने 14 पार्टियों की बैठक बुलाई थी जिसमें शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश और म्यांमार के कुछ इलाकों को तोड़कर अमेरिका ईस्ट तिमोर जैसा देश बनाने का साजिश रच रहा है।उन्होंने बताया कि एक वाइट मैंन चुनाव से पहले उन्हें यह ऑफर दिया था यदि वह अपने देश की सीमा में आर्मी बेस बनाने की अनुमति देता है तो बिना किसी परेशानी के चुनाव कराने दिया जाएगा| हालांकि शेख हसीना ने यह नहीं बताया कि व्हाइट मैन कौन है लेकिन शक की सुई अमेरिका पर उठी थी
दरअसल जून 2021 में बंगाल के अख़बार में दावा किया गया था कि अमेरिका बांग्लादेश से सेंट मार्टिन दीप की मांग कर रहा है वह यहां मिलिट्री बेस बनाना चाहता है. बांग्लादेश की संसद में भी बांग्लादेश वर्कर्स पार्टी के अध्यक्ष राशिद खान मेनन ने बताया था कि अमेरिका सेंट मार्टिन दीप हासिल करना चाहता है, 2023 में अमेरिका ने बांग्लादेश के कई नेताओं पर वीजा प्रतिबंध लगाया था अमेरिका ने तर्क दिया था कि बांग्लादेश में चुनाव की कमजोरी प्रक्रिया करने वाला हर शख्स वह प्रतिबंध लगाएगा
साथियों आज बांग्लादेश में बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई लड़ने वाली पार्टी अवामी लीग के खिलाफ वहां की जनता विरोध प्रदर्शन कर रही है हिंसा कर रही है शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ रहा है। बांग्लादेश की आजादी के नायक शेख मुजीबुर्रहमान की प्रतिमा को तोड़ा जा रहा है गिराया जा रहा है| हमारे भारत में भी आज कुछ छद्म राष्ट्रवादी लोग भारत की आजादी की लड़ाई लड़ने वाले भारत के नवनिर्माण के लिए संघर्ष करने वालों पर झूठे आरोप लगाते हैं दुष्प्रचार करते हैं।
बांग्लादेश में अभी जो वर्तमान में हो रहा है वो दुखद एवं दुर्भाग्पूर्ण है।