आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके राजेंद्र पाल गौतम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का दामन थाम लिया है. इससे पहले खबर आई थी कि वे आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हों सकते हैं. राजेंद्र पाल के कांग्रेस में शामिल होने के बाद AAP विधायक राजेश गुप्ता ने कहा कि राजेंद्र पाल गौतम के पार्टी से जाने का दुःख है लेकिन सरकार में उन्हें SC समाज के काम करने के कई मौके मिले. दिल्ली चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ेगा. वहीं, दिल्ली बीजेपी चीफ वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि कांग्रेस को हिन्दू विरोधी दिल्ली का पूर्व मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम मुबारक. कांग्रेस ने दिखाया कि वह हिन्दू विरोधियों की शरणस्थली है.
बता दें कि अक्टूबर, 2022 में हिंदू देवी-देवताओं पर दिए बयान को लेकर विवादों में घिरने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने दिल्ली सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अपना इस्तीफा पत्र सोशल मीडिया पर शेयर किया था.
इस्तीफे के बाद आजतक से बातचीत में राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था कि विजयदशमी के दिन बौद्ध धर्म दीक्षा समारोह का आयोजन हुआ था. उस दिन देशभर में हजारों जगह पर यह आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं. 14 अक्टूबर 1956 को बाबा साहेब ने जातिगत छुआ-छूत के खिलाफ 22 प्रतिज्ञाओं के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी. हर साल लोग बौद्ध धर्म की दीक्षा लेते वक्त इन प्रतिज्ञाओं को दोहराते हैं. मोदी सरकार ने डॉक्टर अम्बेडकर लाइफ एंड स्पीचेज में उसे छपवाया है. नागपुर में भी इसका शिलापट्ट लगाया गया है. इस साल भी वहां कार्यक्रम में भारत सरकार के दो मंत्री गए थे. उन्हीं प्रतिज्ञाओं को लेकर बीजेपी ने बवाल मचाया.
उन्होंने आगे कहा था कि मैं बाबा साहेब के रास्ते पर चलने वाला आदमी हूं, मैं किसी की भावनाओं को आहत नहीं कर सकता हूं. सभी धर्मों के प्रति मेरी आस्था है. आम आदमी पार्टी जनता के हित में शिक्षा, स्वास्थ्य महिला सुरक्षा और सामाजिक न्याय के लिए काम कर रही है. इन सबसे बाबा साहेब के सपने साकार होंगे. भाजपा ने जिस तरह कोशिश की, लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई, उससे आहत होकर मैंने इस्तीफा दिया है. मुझपर पार्टी का कोई दबाव नहीं है, मैं तो खुद पेशे से वकील हूं.
‘अपनी स्वेच्छा से दिया इस्तीफा’
राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था कि मैं कट्टर देशभक्ति और तथागत बुद्ध को मानने वाला व्यक्ति हूं, मैं विचलित नहीं होता. वे लोग जैसे लोग अपने धर्म के प्रति कट्टर हैं, मैं तथागत बुद्ध की शिक्षाओं के प्रति कट्टर हूं, मैंने अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है.