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‘प्रेग्नेंट करो और पैसे कमाओ…’, नौकरी का ऐसा ऑफर, हैरान रह गई पुलिस

धोखाधड़ी के मामलों के लिए कुख्यात हरियाणा के मेवात में अब ठगी एक नया पैटर्न सामने आया है. केवाईसी, ओएलक्स और टटलू के बाद मेवात में अब एक अलग तरह का विज्ञापन देकर वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया है. ऐसे ही एक विज्ञापन की शिकायत मिलने पर नूह जिले की साइबर थाना पुलिस ने दो जालसाजों को अरेस्ट किया है. यह दोनों जालसाज युवाओं को जाल में फंसाने के लिए सोशल मीडिया में अजीब तरह का विज्ञापन दिया था.इस विज्ञापन को देखकर खुद पुलिस का भी दिमाग घूम गया.

वहीं जब मामले की तह तक पहुंची तो इस ठगी का पैटर्न जानकर हैरान रह गई. पुलिस के मुताबिक अब तक विभिन्न तरीके की नौकरी के लिए खूब विज्ञापन निकलते रहे हैं. पहली बार एक ऐसी नौकरी का विज्ञापन देखने को मिला है, जो दिमाग की चूलें हिला दे. दरअसल जालसाजों ने यह विज्ञापन ऐसी महिलाओं को प्रेग्नेंट करने को लेकर है, जिनकी शादी को एक अरसा हो गया और उन्हें बच्चा नहीं हो रहा. जालसाजों ने सोशल मीडिया पर सुंदर महिलाओं को फोटो डालते हुए ऑफर दिया था कि इन्हें प्रेग्नेंट करने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम मिलेगा.

रजिस्ट्रेशन के साथ ठगी की शुरूआत

इसके लिए जालसाजों ने शर्त ऐसी रखी कि युवा सहज ही इससे प्रभावित होकर जाल में फंस जाते थे. जैसे ही लोग इस विज्ञापन को देखकर इसमें दिए नंबर पर फोन करते थे, जालसाज सिक्योरिटी और रजिस्ट्रेशन के नाम पर 750 रुपये की डिमांड करते थे. वहीं रजिस्ट्रेशन का झांसा देने के बाद जालसाज अलग अलग तरीके से युवाओं को उलझाकर लाखों रुपये तक निकलवा लेते थे. इसी तरह की शिकायत मिलने पर नूंह साइबर थाना पुलिस ने दो जालसाजों को अरेस्ट किया है.

असम और महाराष्ट्र से खरीदे गए सिमकार्ड

इन आरोपियों की पहचान पलवल के हथीन थानांतर्गत बुराका का रहने वाले एजाज और नूह जिले के पिनगवां निवासी इरशाद के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों दो मोबाइलों फोन और चार सिमकार्ड बरामद किया है. इनमें से दो सिम कार्ड महाराष्ट्र से और दो असम के पते से खरीदी गई हैं. पुलिस ने चार से अधिक फेसबुक अकाउंट भी ट्रैस किए हैं. पुलिस के मुताबिक हरियाणा में इस तरह की ठगी का यह पहला मामला है. पुलिस के मुताबिक अबतक की पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वह करीब एक साल से इसी पैटर्न पर वारदातों का अंजाम दे रहे हैं. अब तक दर्जनों लोग इनकी चपेट में आ चुके हैं. हालांकि शिकायत पहली बार किसी पीड़ित ने पुलिस में दी.

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