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ग्वालियर: दो मैरिज गार्डन और बैंक्वेट में भीषण आग, चल रही थी हल्दी-मेहंदी सेरेमनी, एयरफोर्स को बुलाना पड़ा

ग्वालियर शहर में शुक्रवार रात एजी पुल के पास बनी संगम वाटिका में भड़की आग से रंग महल गार्डन और बैंक्वेट भी जल गए. घटना के समय संगम वाटिका में हल्दी – मेहंदी का कार्यक्रम चल रहा था.

आग करीब 8:45 बजे लगी और कुछ ही देर में 30 बीघा में फैले मैरिज गार्डन और बैंक्वेट को चपेट में ले लिया. सवा 2 घंटे में रात 11 बजे तक सब कुछ जल चुका था. धुएं का गुबार ऐसा था कि लोगों का दम घुट रहा था. संगम गार्डन में कैटरिंग सर्विस के 25 कर्मचारियों के साथ हल्दी – मेहंदी सेरेमनी में आए मेहमान भी मौजूद थे. लोगों में भगदड़ मच गई. सभी बाहर गेट की ओर भागे.

अच्छी बात यह है कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी संज्ञान लेते हुए रात में ही अधिकारियों को निर्देश दिए. आसपास के शहर मुरैना, दतिया और भिंड से भी फायर ब्रिगेड की टीमें ग्वालियर पहुंच गई थीं. एयरफोर्स और टेकनपुर का बल भी मौके पर आ गया था.

ग्वालियर के एजी ऑफिस पुल के पास संगम वाटिका और रंग महल शहर के दो सबसे बड़े और पॉश मैरिज गार्डन हैं. बताया जा रहा है कि रात 8 बजे के बाद संगम गार्डन में एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट हुआ. इसके बाद आग भड़क गई. अंदर दो से तीन गैस सिलेंडर भी फटने की जानकारी है.

फायर ब्रिगेड के कर्मचारी संगम वाटिका में लगी आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे, तभी हवा से आग तेजी से फैली और रंग महल गार्डन को भी चपेट में ले लिया. यहां काफी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे, जो अंदर फंस गए. दमकल और एसडीआरएफ की टीमों ने दीवारों को तोड़कर आग को बुझाया.

लश्कर की सरिता अग्रवाल रंग महल गार्डन पहुंचीं. उनको उनके बेटे शुभम अग्रवाल का फोन आया था कि वह अंदर आग में फंस गया है. शुभम का गार्डन में कूलर और एसी का काम है. समय रहते SDRF और दमकल की टीमों ने शुभम और उसके साथी कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया. बेटे को देखकर सरिता की जान में जान आई. शुभम ने बताया कि अंदर आग काफी भयंकर थी.

दोनों मैरिज गार्डन में आग बहुत तेजी से फैली है. करीब 40 मिनट में आग ने दोनों गार्डन को पूरी तरह चपेट में ले लिया था. मैरिज गार्डन में पूरा निर्माण लकड़ी, फोम, प्लास्टिक और कपड़े का था. इस वजह से आग बुझाने में काफी परेशानी आई.

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