हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस 90 सीटों में से 41 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दो लिस्ट जारी कर चुकी है. दीपक बाबरिया हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से अहम भूमिका निभा रहे हैं लेकिन इसी बीच उनकी ब्लड प्रेशर की शिकायत के चलते तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने उनका इलाज किया.
शुरुआती जांच के बाद एम्स के डॉक्टरों ने दीपक बावरिया को आराम करने की सलाह दी है. डॉक्टर ने फिलहाल उन्हें किसी भी तरह की एक्टिविटी में पार्टिसिपेट नहीं करने को कहा है. हालांकि उनके कुछ विटल पैरामीटर नॉर्मल हो रहे हैं. इसलिए डॉक्टरों ने उन्हें अब घर जाने की सलाह दी है. दीपक बाबरिया को न सिर्फ टिकट बंटवारे बल्कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की जिम्मेदारी भी उन्हें ही सौंपी गई थी. आज दोनों पार्टियों में गठबंधन हो सकता है.
मल्लिकार्जुन खरगे के करीबी
दीपक बाबरिया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेहद करीबी माने जाते हैं. कर्नाटक चुनाव के दौरान भी कांग्रेस की जीत में भी दीपक बाबरिया का काफी अहम योगदान रहा है. इसके बाद दीपक को दिल्ली और हरियाणा का प्रभारी बनाया गया था. दीपक अक्सर बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए नजर आते हैं. प्रभारी बनने के बाद उन्होंने सबसे पहले यह साफ कर दिया था कि जो पार्टी के लिए इमानदारी से काम करेगा, उसे अहमियत दी जाएगी.
हरियाणा विधानसभा चुनाव
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए जहां एक तरफ बीजेपी लगातार दूसरे दलों से आए उम्मीदवारों को टिकट बांटकर दांव खेल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि इस बार कांग्रेस सत्ता में वापसी कर सकती है. ऐसे में देखना होगा कि हरियाणा की सत्ता पर कौन काबिज होता है. बीजेपी वापसी करती है और नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री है या फिर कांग्रेस जीत हासिल करती है.