उत्तर प्रदेश सहायक शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाला मामले में आए इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर करारा हमला बोला है. उन्होंने शनिवार को एक्स (पहले ट्विटर) पर एक ट्वीट कर कहा कि 69 हज़ार सहायक शिक्षकों की भर्ती पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आरक्षण व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाली बीजेपी सरकार की साजिशों को करारा जवाब है.
शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने कई साल पुराने भर्ती आरक्षण घोटाला मामले में परीक्षा के नतीजे फिर से जारी करने का आदेश दिया. कोर्ट ने 2020 में जारी नतीजों को रद्द कर दिया. कोर्ट के आदेश के बाद यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग को तीन महीने के अंदर 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए नए सिरे से नतीजे जारी करने होंगे.
कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “69,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आरक्षण व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाली भाजपा सरकार की साजिशों को करारा जवाब है. यह 5 वर्षों से सर्दी, गर्मी, बरसात में सड़कों पर निरंतर संघर्ष कर रहे अमित मौर्या जैसे हज़ारों युवाओं की ही नहीं, सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले हर योद्धा की जीत है. आरक्षण छीनने की भाजपाई ज़िद ने सैकड़ों निर्दोष अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में धकेल दिया है.”69,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आरक्षण व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाली भाजपा सरकार की साजिशों को करारा जवाब है।
नए परिणामों का जब ऐलान होगा तो कई सालों से सेवा दे रहे हज़ारों शिक्षकों की नौकरी जाने का खतरा है. इसके अलावा हज़ारों नए अभ्यर्थियों को नौकरी मिलने की भी बात कही जा रही है. इस पर राहुल गांधी ने कहा, “पांच साल ठोकरें खा कर बर्बाद होने के बाद जिनको नई सूची के ज़रिए नौकरी मिलेगी और जिनका नाम अब चयनित सूची से कट सकता है, दोनों की ही गुनहगार सिर्फ बीजेपी है. पढ़ाई करने वालों को लड़ाई करने पर मजबूर करने वाली बीजेपी सरकार सही मायने में युवाओं की दुश्मन है.