महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का प्रचार अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है. तमाम दलों के प्रमुख नेता लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. चुनावी अभियान के बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने आजतक से विशेष बातचीत की और तमाम सवालों के जवाब दिए.
आज तक की मैनेजिंग एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) अंजना ओम कश्यप से बात करते हुए नाना पटोले ने कहा, ‘महाराष्ट्र में बदलाव लोगों ने दिमाग में बैठा लिया है. इस ढाई साल की सरकार में सारे उद्योग गुजरात देने का काम किया उसे जनता देख रही है. इनके नेताओं के बयान लगातार महाराष्ट्र की जनता का अपमान कर रहे हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा में इन लोगों ने भ्रष्टाचार किया और उनका अपमान किया, हमारे भगवान का अपमान किया, ऐसे में लोगों ने तय कर लिया है कि इसका बदला लिया जाएगा.’
‘उड़ता महाराष्ट्र बना दिया है इन्होंने’
भाजपा को निशाने पर लेते हुए पटोले ने कहा,’बीजेपी छत्रपति शिवाजी विरोधी है, किसान विरोधी है, युवा विरोधी है और महिला तो राज्य में असुरक्षित हैं. कानून व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है.मुद्रो पोर्ट से जो ड्रग्स आ रहा है वो महाराष्ट्र में आ रहा है. इन लोगों ने पूरे महाराष्ट्र को उड़ता महाराष्ट्र बना रखा है. बीजेपी को लेकर लोगों में इतना गुस्सा है कि आपको वो रिजल्ट में देखने को मिलेगा.’
ये चुनाव एक विचारधारा की लड़ाई- पटोले
क्या आपने महाविकास अघाडी में शिवसेना को सत्ता के लिए शामिल नहीं किया? आप शिवसेना के खिलाफ हमेशा लड़ते रहे और फिर आपने उनके साथ अननैचुरल गठबंधन किया तो ये प्रश्न लोगों के मन में नहीं आ सकता है? इसका जवाब देते हुए नाना पटोले ने कहा, ‘हम तो अलायंस तोड़ने नहीं गए. बंद कमरे में उद्धव जी, अमित शाह, देवेंद्र फडणवीस की क्या बात हुई वो तो हमें नहीं पता है. उद्धव जी अलग बताते हैं और अमित शाह जी अलग. उसके बाद वो हमारी नेता सोनिया जी के पास आए. गांधी परिवार ने हमेशा कुर्बानी दी है. जैसे ही उद्धव जी और पवार जी सोनिया जी के पास गए तो उन्होंने यही कहा कि महाराष्ट्र की जनता को फिर से इलेक्शन में ना जाना पड़े, इसलिए हम जनता की खातिर आपके साथ आने को तैयार है और हम एक कॉमन मिनिमम प्रोगाम आपको देंगे.हमें मुख्यमंत्री नहीं बनना है.महाराष्ट्र में एक विचारधारा की लड़ाई है.’
क्या सीएम बन सकते हैं पटोले?
आपने खुद ये बयान दिया है कि दो महीने तक शीट शेयरिंग पर डिस्कशन करना अच्छा नहीं था.बंद कमरे में सीएम पद को लेकर क्या बातचीत हुई क्योंकि आपने खुलकर इस बार सीएम पद का चेहरा आगे नहीं ऱाक है? क्या नाना पटोले सीएम बन सकते हैं या उद्धव ठाकरे को ही बनाएंगे? इस पर पटोले ने कहा, ‘हमने जब एमवीए की मीटिंग रखी थी तो हमने तय किया कि हम एमवीए के सामूहिक नेतृत्व में जनता के सामने जाएंगे क्योंकि महाराष्ट्र बचाना हमारा दायित्व है. हम लोगों ने उसी समय ये तय कर लिया था. कुर्सी हमारा पहला दायित्व नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र बचाना हमारा लक्ष्य है. बीजेपी ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार को जो घाव दिए हैं. उसका जवाब दिया है.’
अघाड़ी चुनाव में एकजुट है- पटोले
क्या आपको राज्य का सीएम नहीं बनना चाहिए? इसके जवाब में नाना पटोले ने कहा हम बीजेपी की तरह 164 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, हम लोग 102 सीट पर लड़ रहे हैं. महाराष्ट्र में सत्ता पर काबिज होने के लिए 145 विधायक चाहिए होते हैं. तो हम सिंगल लार्जेस्ट पार्टी कैसे बन सकते हैं.कांग्रेस की भूमिका महाराष्ट्र बचाने की है.बीजेपी का अलायंस जो है उसी में अलग-अलग मतभेद है. शिंदे, अजित पवार और बीजेपी ने अलग-अलग घोषणा पत्र जारी किया है जबकि हमने महाविकास अघाड़ी का संयुक्त घोषणापत्र जारी किया है.हम लोग एकजुट हैं और जीतेंगे.
ओबीसी आरक्षण को लेकर सरकार पर साधा निशाना
आप क्या इस पक्ष में हैं कि मराठा को 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण में शामिल किया जाए? हम जो गरीब लोग है, जो पिछड़े लोग हैं जिन्हें आज तक मुख्यधारा में आने का मौका नहीं मिला है उनके लिए हमारे नेता राहुल गांधी पहले ही बता चुका हैं. उस बात को ही हमने महाराष्ट्र में भी रखा. आरक्षण पर 50 फीसदी का कैप लगा है उससे हटाना चाहिए. उससे सबको मौका मिल जाएगा. जातीय जनगणना हो जाएगी तो एक एक्सरे सामने आ जाएगा.
मुख्यमंत्री पद पर कांग्रेस की दावेदारी है या नहीं? इस सवाल का जवाब देते हुए नाना पटोले ने कहा कि सरकार आने के बाद हाईकमांड (तीनों पार्टी का मिलकर) जो निर्णय लेगा वो सबको मान्य होगा. ये मुख्यमंत्री की लड़ाई नहीं बल्कि महाराष्ट्र बचाने की है.