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हिंदूफोबिया को नकारने वालों पर भड़के भारतीय-अमेरिकी सांसद, कहा- ‘और क्या सबूत चाहिए?’

अमेरिका में हालिया समय में हिंदू मंदिरों और हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं. इसे लेकर अब वहां रह रहे भारतीय-अमेरिकियों में डर और चिंता भी बढ़ती जा रही है. इस बीच भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने हिंदूफोबिया को नकारने वालों को तगड़ा जवाब दिया है.

श्री थानेदार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं सिर्फ हिंदुओं का मुद्दा नहीं है और न ही भारतीय-अमेरिकियों का मुद्दा है, बल्कि अब ये पूरे अमेरिका के लिए मुद्दा है.

उन्होंने कहा, ‘आपको पता है कि स्कूलों में पगड़ी पहनने वाले सिखों को नफरत भरी नजरों से देखा जाता है. भारतीय मूल के बच्चों के खिलाफ नफरत बढ़ रही है. हिंदू मंदिरों को नष्ट किया जा रहा है. हमारे पास इसकी तस्वीरें और वीडियो हैं.’

अमेरिका में बढ़ते हिंदूफोबिया को नकारने वालों को जवाब देते हुए श्री थानेदार ने आगे कहा, ‘कैलिफोर्निया में भारतीय दूतावास है, जिसे जला दिया गया था. तो आपको और क्या सबूत चाहिए?’

इस कार्यक्रम से इतर न्यूज एजेंसी से बात करते हुए श्री थानेदार ने कहा, ‘हमने अमेरिका में कई सारे हिंदू मंदिरों पर हमले होते देखे हैं. अब समय आ गया है कि हम सब इसके खिलाफ एकजुट हों. स्थानीय एजेंसियां कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहीं हैं. अब तक किसी को गिरफ्तार भी नहीं किया गया है.’

मंदिरों पर हाल के हमलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमने हाल के महीनों में इस तरह की काफी घटनाओं को अनुभव किया है. मुझे लगता है कि ये अभी शुरुआत है. और इसके खिलाफ पूरे समुदाय को साथ खड़ा होना चाहिए. मैं आपके साथ हमेशा खड़ा रहूंगा.’

उन्होंने कहा कि एक हिंदू परिवार में पले-बढ़े होने के कारण मुझे पता है कि हिंदू धर्म क्या है? ये बहुत ही शांतिपूर्ण धर्म है. लेकिन इस समुदाय को गलत तरीके से पेश किया जाता है, गलत समझा जाता है और कभी-कभी ऐसा जानबूझकर किया जाता है.

थानेदार ने आरोप लगाया कि न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया समेत पूरे अमेरिका में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं और स्थानीय एजेंसियां कोई एक्शन नहीं ले रहीं हैं, जिससे भारतीय-अमेरिकी समुदाय डरा हुआ है.

दरअसल, कुछ महीनों में अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमले बढ़ गए हैं. इसी साल जनवरी में कैलिफोर्निया के एक मंदिर को खालिस्तान समर्थकों ने निशाना बनाया था. खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर में तोड़फोड़ की थी और वहां आपत्तिजनक नारे भी लिख दिए थे. इस घटना से कुछ हफ्ते पहले नेवार्क में भी एक मंदिर में इसी तरह का हमला हुआ था.

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