महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस ने कहा कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में हमने बीजेपी को हराया था, लेकिन अब कैसे इतनी बड़ी जीत मिल गई है यह अपने आप में एक सवाल है. हमें धक्का लगेगा है, लेकिन हम महाराष्ट्र को लेकर विश्लेषण करेंगे. महाराष्ट्र में लेवल प्लेइंग फील्ड को बिगाड़ा गया है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि झारखंड की जनता ने हमारे देश के लिए एक नया रास्ता दिखाया है. ध्रुवीकरण की राजनीति को निर्णायक तरीके से उन्होंने ठुकराया है. चुनाव से समय क्या-क्या नहीं कहा गया. पीएम से लेकर बीजेपी के बाकी नेताओं ने क्या-क्या नहीं कहा. झारखंड का पूरा चुनाव केवल एक मुद्दे पर लड़ा गया और वो है घुसपैठ, लेकिन झारखंड की जनता ने अपना जवाब दिया है. इस सारे देश के लिए यह सकारात्मक संदेश दिया है.
लेवल प्लेइंग फील्ड को बिगाड़ा गया, बोली कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा कि जहां तक महाराष्ट्र की बात है तो इसमें कोई दो राय नहीं है कि टारगेटेड तरीके से लेवल प्लेइंग फील्ड को बिगाड़ा गया. चुनाव के नतीजे आए हैं, जो कि अप्रत्याशित हैं. हमारे लिए आश्चर्य भी है. कई लोग विश्लेषण कर रहे हैं कि विकास की जीत हुई है. जो लोकसभा में हमारा एजेंडा था, वो आज भी उतना ही महत्व रखते हैं और आगे भी रखेंगे.
रमेश ने आगे कहा कि जाति जनगणना, 50 फीसदी आरक्षण की सीमा, अडानी घोटाला जैसे मुद्दे रहेंगे. महाराष्ट्र की जनता ने इसको ठुकराया नहीं है. कैसे ये नतीजा आया है इसकी हम जांच करेंगे और विश्लेषण करेंगे. जो जीता है उनको भी ये अनुमान नहीं था कि ये नतीजा आएगा. हमको पता था महाराष्ट्र के किसान नाराज हैं, वर्किंग क्लास के लोग सरकार के खिलाफ हैं, हम आज भी यही मानकर चल रहे हैं. जो नतीजे आए हैं वो इसके बिल्कुल विपरीत हैं. हम जो मुद्दे उठाए थे, उसे संसद के भीतर और बाहर उठाते रहेंगे.
जयराम रमेश बोले- हमें धक्का मिला है, लेकिन हम मुद्दों से पीछे नहीं हटेंगे
कांग्रेस नेता ने कहा कि महाराष्ट्र में हमें धक्का मिला है ये बिल्कुल सही है, लेकिन ये धक्का दिया गया है. हमे हराने के पीछे कोई षड़यंत्र है. एक बात निश्चित है कि कांग्रेस पार्टी की एजेंडा में कोई परिवर्तन नहीं आने वाला है. जो सामाजिक और आर्थिक मुद्दे हम उठाते रहे हैं उसे आगे भी उठाते रहेंगे. संविधान की सुरक्षा को लेकर हमें जो कदम उठाते हैं उसे उठाते रहेंगे.
ये कहा जा रहा है कि विकास की जीत है, लेकिन हम समझते हैं कि ये जो ज्ञान इनको आई है वो नतीजों के पहले भाषा नहीं थी. हमारा हौसला कमजोर नहीं हुआ है. हम हारे जरूर है, लेकिन हार जीत होती रहती है. संगठन में जो मजबूती से काम करना उसे हम करेंगे. अगले कुछ दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य के नेताओं के बीच में बातचीत होगी.
‘चुनाव आयोग केवल शेरो शायरी करने में व्यस्त है’
वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि चुनाव आयोग से हम बार-बार बोलेंगे कि आज तक शेरो शायरी के अलावा कोई मजबूत जवाब नहीं दिया गया. पुणे में वोटर लिस्ट का मुद्दा हमने उठाया. ईवीएम की बैटरी को लेकर हमने सवाल उठाया था, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई जवाब नहीं दिया. हमने हरियाणा में भी आवाज उठाई कि वोट शेयर कैसे बढ़ गया. इसका कोई जवाब नहीं आया. चुनाव खत्म होने के बाद वोटिंग परसेंटेज बढ़ जाती है.
पवन खेड़ा ने कहा कि परसो नागपुर में बीजेपी नेता की गाड़ी में ईवीएम मिली थी, लेकिन चुनाव आयोग उसपर भी चुप रहा. इसलिए इस देश की सबसे बड़ी पार्टी की हैसियत से हम अपनी ये जिम्मेदारी समझते हैं ये सारे सवाल हम उठाएंगे. हमें लोकतंत्र की चिंता है. पारदर्शी चुनाव कराने की जिम्मेदारी हम भी मानते हैं.