लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी अगले हफ्ते अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं. ये उनका पहला दौरा होगा जब से वह इस पद पर नियुक्त हुए हैं. इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय मूल के लोगों, छात्रों, कारोबारियों, थिंक टैंक और स्थानीय नेताओं के साथ संवाद करना है. कांग्रेस के इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने इस दौरे की जानकारी साझा की है.
राहुल गांधी 8 सितंबर को अमेरिका के डलास शहर में पहुंचेंगे, जहां वह टेक्सास विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स और टीचर्स से बातचीत करेंगे. इसके अलावा राहुल गांधी, स्थानीय भारतीय समुदाय और कुछ तकनीकी विशेषज्ञों से भी मिलेंगे. डलास में उनका कार्यक्रम एक रात्रिभोज के साथ खत्म होगा, जिसमें वह स्थानीय नेताओं से बातचीत करेंगे.
चुनावी माहौल के बीच यात्रा
9 और 10 सितंबर को राहुल गांधी वाशिंगटन डीसी में रहेंगे, जहां उनकी वो अलग-अलग लोगों के साथ बातचीत करेंगे. ये यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का प्रचार अपने चरम पर है.
भारतीय प्रवासी कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी के आगामी अमेरिका दौरे के बारे में जानकारी शेयर की. उन्होंने कहा कि राहुल सितंबर को डलास, टेक्सास और 9 और 10 सितंबर को वाशिंगटन डीसी का दौरा करेंगे. उन्होंने आगे बताया, ‘भारतीय प्रवासी समुदाय जिसमें हमारे एनआरआई भाई-बहन, टेक्नोक्रेट, बिजनेस लीडर, छात्र, मीडिया बिरादरी और राजनीतिक नेता शामिल हैं, राहुल गांधी का स्वागत करने और उनके साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं’.
क्यों खास मानी जा रही यात्रा
राहुल गांधी का ये दौरा भारतीय समुदाय के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि वो पिछले कुछ समय से विदेशों में रहने वाले भारतीयों के साथ संवाद करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले, उन्होंने पिछले साल जून में अमेरिका का दौरा किया था, जहां उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय छात्रों के साथ बातचीत की थी. उस समय उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी और भारतीय समुदाय के लोगों से संवाद किया था.
विपक्ष का नेता नियुक्त किए जाने के बाद पहली विदेश यात्रा
इस दौरे का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि राहुल गांधी को हाल ही में लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया है. 2014 से 2024 तक इस पद पर कोई भी नेता नहीं था, क्योंकि विपक्षी दलों के पास पर्याप्त सांसद नहीं थे. लेकिन हाल ही में हुए चुनावों में कांग्रेस पार्टी की सीटों की संख्या बढ़ने के बाद राहुल गांधी को ये पद मिला है.
राहुल गांधी के इस दौरे से भारतीय समुदाय को उम्मीद है कि वह उनकी समस्याओं और चिंताओं को सुनेंगे और उनके लिए कुछ ठोस कदम उठाने का आश्वासन देंगे. ये यात्रा न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय प्रवासियों के लिए भी एक अवसर है कि वे अपने विचारों और मुद्दों को सीधे राहुल गांधी के सामने रख सकें.