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कनपटी पर रखी बंदूक, फिर उड़ा दी खुद की खोपड़ी मुरादाबाद में सपा नेता ने किया सुसाइड

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता डीपी यादव का शव उन्ही के घर में मिलने से हड़कंप मच गया. फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच जारी है. वहीं, मृतक के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार का कहना है कि डीपी यादव पिछले 3 महीने से डिप्रेशन में चल रह थे. इस वजह से उन्होंने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया.

सीनियर पुलिस अधिकारी हेमराज मीणा ने बताया कि उन्हें सुबह साढ़े नौ बजे सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष डीपी यादव ने अपने घर में रखी लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को मारकर सुसाइड कर लिया है, ऐसी जानकारी मिली. इसके बाद थाना प्रभारी और सीओ मौके पर पहुंच गए, जहां एसपी सिटी और सीनियर पुलिस अधिकारी हेमराज मीणा ने घटनास्थल का निरिक्षण किया.

पुलिस ने मामले में बताया

साथ ही फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया, जो कि मौके से तमाम सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है. पुलिस का कहना है कि घर के ग्राउंड फ्लोर पर एक स्टोर रूम है. इस रूम में एक छोटा सा बैग रखा हुआ है. इसमें लाइसेंसी रिवाल्वर है, उसे बैग में से निकाला गया और सीधे हाथ से रिवाल्वर से खुद को गोली मारी गई. पुलिस के मुताबिक, यह आत्महत्या हो सकती है. मृतक डीपी यादव के परिवार के पास लाइसेंस वाले तीन रिवॉल्वर हैं. एक उनकी पत्नी के नाम पर है, जो कि पत्नी के पास ही है.

जबकि दो रिवॉल्वर चुनाव में आचार संहिता लगने की वजह से जमा थे. इस बारे में मृतक डीपी यादव के परिवार का कहना है कि डीपी यादव पिछले 3 महीने से डिप्रेशन में थे. इस वजह से उनका दिल्ली के साइकोलॉजिस्ट से ट्रीटमेंट भी करवाया जा रहा था. डिप्रेशन के लिए डीपी यादव दवाइयां ले रहे थे. वह अक्सर परेशान रहते थे. उनके डिप्रेशन का इलाज हरिद्धार में भी करवाया गया था.

क्या बताया परिवार वालों ने?

परिवार के मुताबिक, घर के अंदर डीपी यादव का फर्स्ट फ्लोर पर बेडरूम है, जिस रूम में डीपी यादव ने सुसाइड किया है, वह रूम बाहर से बंद था. रूम को परिवार वालों ने जैसे तैसे मशक्कर कर खोला.वहीं, पुलिस का कहना है कि मौके पर डीपी यादव के पास से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है. फिलहाल पुलिस की टीम घर के अंदर जांच पड़ताल में जुटी है. पुलिस की कार्रवाई में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, मृतक के परिवार वालों ने अभी तक किसी के ऊपर कोई शक जाहिर नहीं किया है. परिवार के मुताबिक, डिप्रेशन की वजह से डीपी यादव बेहद परेशान थे. इस वजह से उन्होंने खुद को राइट साइड के कान के ऊपर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली. मामले में जुटी पुलिस ने भी मौके से रिवाल्वर को बरामद कर लिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

डीपी यादव को हटाया गया था पद से

लोकसभा चुनाव में सपा नेता डॉक्टर एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को प्रत्याशी बनाया गया था. इस दौरान डीपी यादव पर आरोप था कि उनके द्वारा रुचि वीरा को समर्थन नहीं दिया जा रहा था.वहीं,डीपी यादव को उनके पद से हटाकर उन्हीं के रिश्तेदार जयवीर यादव को जिले की कमान सौंप दी गई थी.इस दौरान मुरादाबाद लोकसभा सीट का परिणाम आने पर सपा प्रत्याशी रुचि वीरा ने जीत हासिल की, लेकिन बीते 3 महीने से पूर्व जिला अध्यक्ष डीपी यादव किसी बात से बेहद नाराज थे, जिसकी वजह से डीपी यादव को डिप्रेशन हो गया था.

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