इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुकर को इजराइल ने बेरुत में मार गिराया है, वहीं दूसरी ओर ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के पॉलिटिकल विंग के चीफ इस्माइल हानिया की मौत का जिम्मेदार भी इजराइल को ही माना जा रहा है. ऐसे में मिडिल ईस्ट में तनाव और बढ़ने की आशंका है.
भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी
लिहाजा लेबनान स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीयों के लिए रिवाइज्ड एडवाइजरी जारी की है. इसमें भारतीय नागरिकों से अगले नोटिस तक लेबनान की यात्रा नहीं करने को कहा गया है. साथ ही वहां रह रहे भारतीयों को जल्द से जल्द लेबनान छोड़ने की सलाह दी गई है. इसके अलावा एंबेसी ने कहा है कि अगर कोई भारतीय किसी कारणवश लेबनान में ही रुका हुआ है तो उससे बाहर न निकलने और दूतावास के संपर्क में रहने को कहा गया है. भारतीय दूतावास ने इमरजेंसी फोन नंबर और ईमेल आईडी भी जारी की है.
इससे पहले भारत सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में भारतीयों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई थी. वर्तमान में लेबनान में रहने वाले भारतीयों की कुल संख्या करीब 9 हजार है, जो वहां की कंपनियों और खेती से जुड़े फर्म्स में काम करते हैं.
इजराइल के फुटबॉल मैदान में हुआ था हमला
दरअसल बीते शनिवार (27 जुलाई) को इजराइल के गोलन हाइट्स में एक फुटबॉल मैदान पर बड़ा हमला हुआ. इस रॉकेट हमले में कम से कम 10 बच्चों की मौत हो गई वहीं कई घायल भी हो गए थे. यह हमला तब हुआ जब कुछ ही घंटे पहले दक्षिणी लेबनान में इजराइली एयर स्ट्राइक में हिजबुल्लाह के 3 सदस्य मारे गए थे. इजराइली मीडिया ने इस रॉकेट हमले के पीछे हिजबुल्लाह का हाथ बताया था वहीं कुछ ही घंटे बाद हिजबुल्लाह ने इस हमले में अपना हाथ होने से इनकार कर दिया था. इस हमले के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अपना अमेरिका दौरा बीच में ही छोड़कर लौटना पड़ा. नेतन्याहू ने कहा था कि हिजबुल्लाह को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.
मारा गया हिज्बुल्लाह कमांडर फुआद शुकर
वहीं बुधवार को बेरुत में इजराइल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया और उसके टॉप कमांडर फुआद शुकर को मौत के घाट उतार दिया. माना जा रहा है कि हिजबुल्लाह अपने कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए इजराइल पर फिर प्रहार कर सकता है. वहीं इजराइल भी लेबनान में अपने सैन्य ऑपरेशन का विस्तार कर सकता है. ऐसे में भारत सरकार समय रहते लेबनान से अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस बुलाने की कोशिश में जुट गई है.