केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के वन नेशन वन इलेक्शन (एक राष्ट्र एक चुनाव) के नारे पर नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने निशाना साधा है. शरद पवार ने शनिवार को महाराष्ट्र के नागपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि दो राज्यों में ही चुनावों की घोषणा क्यों हुई? उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार एक साथ चार राज्यों में चुनाव भी नहीं करा सकती. शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान किया है.
शरद पवार ने कहा, “दो राज्यों (जम्मू-कश्मीर और हरियाणा) में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया, लेकिन झारखंड और महाराष्ट्र में चुनाव कराने का ऐलान नहीं हुआ. उन्होंने (पीएम नरेंद्र मोदी) जो कहा है उसमें कोई सच्चाई नहीं है.” दरअसल बीजेपी लंबे वक्त से वन नेशन वन इलेक्शन का मुद्दा उठाती रही है. स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने भी वन नेशन वन इलेक्शन (एक देश एक चुनाव) का ज़िक्र किया था.
कब होंगे चुनाव?
शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होंगे. पहले चरण में 18 सितंबर को वोटिंग होगी. दूसरे चरण में 25 सितंबर और तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर एक अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. दोनों राज्यों के नतीजों का ऐलान 4 अक्टूबर को किया जाएगा. 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव हरियाणा के साथ ही हुए थे. हालांकि चुनाव आयोग का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा जरूरतों के मद्देनज़र महाराष्ट्र के चुनाव का ऐलान बाद में किया जाएगा.
इससे पहले महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (UBT) और एनसीपी (SP) ने दो राज्यों में ही चुनावों की तारीखों के ऐलान पर चुनाव आयोग की आलोचना की थी. विपक्ष ने आरोप लगाया था कि ऐसा लगता है कि बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति महाराष्ट्र के लोगों को झूठे वादों से बेवकूफ बनाने के लिए और वक्त चाहती है.