कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेताराहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी गुरुवार को वायनाड पहुंचें और वहां पीड़ितों से मुलाकात की. मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि यह वायनाड, केरल और पूरे देश के लिए एक भयानक त्रासदी है. हम यहां स्थिति देखने आए हैं. यह देखना दुखद है कि कितने लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों और अपने घरों को खो दिया है. हम मदद करने की कोशिश करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि बचे हुए लोगों को उनका हक मिले. उन्होंने कहा कि यह त्रासदी मेरे लिए पिता को खोने जैसा है. उन्होंने इसे राष्ट्रीय आपदा करार दिया.
उन्होंने कहा कि उनमें से बहुत से लोग फिर से बसना चाहते हैं. यहां बहुत कुछ किया जाना बाकी है. मैं डॉक्टरों, नर्सों, प्रशासन और स्वयंसेवकों सहित सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं.
राहुल गांधी ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि यह राजनीतिक मुद्दों पर बात करने का समय है. यहां के लोगों को मदद की जरूरत है. अभी समय यह सुनिश्चित करने का है कि सभी तरह की सहायता मिले. मुझे अभी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है. मुझे वायनाड के लोगों में दिलचस्पी है.”
त्रासदी को देखकर मेरा दिल बहुत दुखी है
राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट पर कहा कि त्रासदी के इन दृश्यों को देखकर मेरा दिल बहुत दुखी है. इस मुश्किल समय में, प्रियंका और मैं वायनाड के लोगों के साथ खड़े हैं. हम राहत, बचाव और पुनर्वास प्रयासों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाए. यूडीएफ हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि भूस्खलन और प्राकृतिक आपदाओं की बार-बार होने वाली घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं. एक व्यापक कार्य योजना की तत्काल आवश्यकता है.
राहुल गांधी गुरुवार को केरल में वायनाड जिले के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र चूरलमाला इलाके का दौरा किया. बारिश के बीच ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी घटनास्थल पर पहुंचने के बाद मेप्पाडी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर पीड़ितों से मुलाकात की थी.
राहुल और प्रियंका ने राहत शिविरों का किया दौरा
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने डॉ. मूपेन मेडिकल कॉलेज और मेप्पाडी स्थित दो राहत शिविरों का भी दौरा किया था. उनके साथ पार्टी महासचिव एवं अलप्पुझा से सांसद के सी वेणुगोपाल भी थे.
वायनाड जिले में मंगलवार को भारी बारिश के कारण बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन हुआ था. इससे चूरलमाला, अट्टामाला मुंडक्कई और नूलपुझा बस्तियों में महिलाओं और बच्चों सहित 173 लोगों की मौत हो गई थी. कई लोग अभी भी लापता हैं. बता दें कि राहुल गांधी ने साल 2019 में वायनाड लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी, साल 2024 लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर वायनाड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की रायबरेली से जीत हासिल की थी, लेकिन उन्होंने वायनाड से जून में इस्तीफा दे दिया, वहां होने वाले उपचुनाव में उनकी बहन प्रियंका गांधी के लड़ने के आसार हैं.