खाना खाने के बाद मुंह मीठा करना भारत की परंपरा का हिस्सा रहा है. अब चखना मिठाई का हो या चॉकलेट का, मिल्क शेक का हो या फ्रूट जूस का… सुस्ती भगाने के लिए मीठी चाय का या फिर कड़वी कॉफी में घुली चीनी की मिठास का. या फिर गर्मियों में गन्ने के रस का.
मुंह मीठा करने के लिए इनमें से कोई न कोई चीज दिनभर में जुबां की दहलीज तक आ ही जाती है, लेकिन अब आईसीएमआर ने साफ-साफ बताया है कि गर्मियों में हाइड्रेट रहने के लिए किन-किन चीजों को अवॉयड करना चाहिए. यूं समझ लीजिए कि ICMR ने गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए मिठास की पूरी ‘दुनिया’ को छोड़ने के लिए कह दिया है.
ICMR ने क्यों फलों का जूस पीने से किया मना
भारत में फिलहाल जिस तरह की गर्मी पड़ रही है लोग अपने शरीर को ठंडा रखने के लिए कुछ भी करने को तैयार है. ऐसे में लोग रोड के किनारे फ्रूट स्टॉल से गन्ने का रस, फलों का जूस, ठंडी कॉफी और ऐसी कई सारी मीठी चीजें पीना पसंद करते हैं. गर्मी में इस तरह के मीठे ड्रिंक पीने वालों के लिए बुरी खबर है.
इस वजह से गर्मियों में गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए
‘इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च’ (ICMR) के मुताबिक यह सभी तरह के ड्रिंक सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है. उदाहरण के तौर पर मान लीजिए गर्मियों में गन्ने का जूस काफी ज्यादा पीने जाने वाला ड्रिंक है. क्योंकि इसमें चीनी की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इसलिए इसे कम से कम पीना चाहिए.
खुद को ठंडा रखने के फलों का जूस पीने से बचना चाहिए. ICMR ने कहा कि इसके बदले छाछ, नींबू पानी, साबुत फलों का रस (बिना चीनी मिलाए) और नारियल पानी पीना चाहिए. ICMR के मुताबिक अगर इस भीषण गर्मी में खुद को ठंडा रखना है तो संतुलित और पौष्टिक से भरपूर डाइट लें. यह आपको अंदर से ठंडा रखेगा. इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ‘डाइट स्पेशलिस्ट’ शुभा रमेश एल के मुताबिक गन्ने के जूस में नैचुरल चीनी काफी ज्यादा होती है. जिसके कारण कई सारी हेल्थ इश्यू हो सकती है. गर्मी में यह कई सारी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकती है.
ज्यादा चीनी खाने से इन बीमारियों का बढ़ता है खतरा
डिहाइड्रेशन
खाने में अधिक चीनी खाने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है. सबसे हैरानी की बात यह है कि चीनी को चयापचय करने के लिए पानी की ज्यादा जरूरत पड़ती है. पसीने के कारण शरीर से ज्यादा पानी निकल जाता है.
ब्लड में शुगर की कमी
गन्ने के रस में चीनी की मात्रा काफी ज्यादा होती है जिसे पचने में काफी वक्त लगता है और इसके कारण शुगर का लेवल बढ़ता है. इसके कारण इंसुलिन और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है.
अचानक से वजन का बढ़ना
मीठी चीजें ज्यादा पीने से तेजी से वजन बढञने लगता है. इसके कारण डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा काफी तेजी में बढ़ता है.