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अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन 6 घंटे ही काम कर पाते हैं:वे जल्द थका महसूस करने लगते हैं; उनकी सेहत पर ट्रम्प उठा रहे सवाल

अमेरिका में इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प आमने-सामने होंगे. लेकिन उससे पहले आई एक्सियोस की रिपोर्ट ने बाइडेन की खराब सेहत पर कई सवाल उठाए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ही काम कर पाते हैं.

वाइट हाउस के कर्मचारियों के हवाले से छपी रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन रोजाना 6 घंटे ही बेहतर काम कर पाते हैं. इसके बाद वे कमजोर और थके हुए लगते हैं. विदेश यात्रा के दौरान भी उनकी सेहत ठीक नहीं दिखाई देती है. रिपोर्ट ने दावा किया है कि वाइट हाउस के अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना होता है कि उनकी मीटिंग तय समय के भीतर हो जाए ताकि वे ठीक से बात कर सकें.

बाइडेन को होती है सांस लेने में दिक्कत

एक्सियोस की रिपोर्ट ने फिर से बाइडेन की फिटनेस और हेल्थ को लेकर बहस छेड़ दी है. हालांकि वह पहले से भी स्लीप एप्निया जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं. इस बीमारी में सोते समय सांस लेने में दिक्कत होती है. इस बीमारी को मैनेज करने व रात में अच्छी नींद के लिए वह कंटीन्यूअस पॉजिटिव एयर-वे प्रेशर का इस्तेमाल करते हैं. पिछले साल सितंबर में दिल्ली में हुए G20 समिट के दौरान जो बाइडेन कंटीन्यूअस पॉजिटिव एयर-वे प्रेशर मशीन साथ लेकर आए थे.

ट्रम्प से बहस के दौरान कई बार लड़खड़ाते हुए दिखे थे बाइडेन

ट्रम्प से 28 जून को बहस के दिन पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट स्थानीय समयानुसार रात 9 बजे शुरू हुई थी. बहस के दौरान वह कई मौकों पर बिना सोचे-समझे बोल रहे थे. कई बार लड़खड़ाते हुए भी दिखे थे, जिस कारण वे बहस हार गए.

एक्सियोस की रिपोर्ट में इसकी वजह बहस का सुबह 10 से 4 बजे के बीच न होना बताया गया है. डोनाल्ड ट्रंप फिर से बाइडेन के खराब स्वास्थ्य पर सवाल उठा रहे हैं. वे बार-बार कह रहे हैं कि बाइडेन अब बूढ़े हो गए हैं. हालांकि ट्रम्प बाइडेन से केवल तीन साल ही छोटे हैं, इसके बावजूद वह उम्र को लेकर बाइडेन को टारगेट कर रहे हैं.

बाइडेन की डिबेट के बाद डैमेज कंट्रोल की कोशिश में डेमोक्रेट्स

प्रेसिडेंशियल डिबेट में बाइडेन के सुस्त रवैये और पोल्स में ट्रम्प को जीतता हुआ देखने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश में लग गए हैं. बाइडेन प्रशासन में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस बाइडेन के बचाव में उतरीं. उन्होंने कहा कि हम जो हासिल करना चाहते थे, वो हमने किया. यह दर्शाता है कि हमारे राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले हैं.

बाइडेन की सफाई- मेरी तबीयत ठीक नहीं थी, गला खराब था
डिबेट के बाद बाइडेन ने डेमोक्रेट्स की चिंताओं पर सफाई देते हुए कहा, “मेरी तबीयत ठीक नहीं थी और मेरा गला खराब था. फिर भी मुझे लगता है कि हमने अच्छा परफॉर्म किया. आखिरकार एक ऐसे शख्स से बहस करना मुश्किल है, जो झूठ बोलता है.”

जहां एक तरफ बहस में अपने प्रदर्शन के लिए बाइडेन की आलोचना हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ ट्रम्प की सराहना की जा रही है. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ट्रम्प को इस डिबेट में ज्यादा चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ा। वे आत्मविश्वास से भरे थे.

2020 में बाइडेन के खिलाफ हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रम्प ने कई बेतुकी बातें बोली थीं, ऐसे में जनता के लिए डिबेट में उन्हें झेलना मुश्किल हो गया था. हालांकि, इस बार ट्रम्प ने यह गलती नहीं दोहराई. वे बाइडेन को उनकी ही बातों में उलझाते दिखे.

 

 

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