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दिन में खाते थे बस एक खजूर, भूखे रहने के चलते गई दो भाइयों की जान, मां बेहोश

गोवा में दो सगे भाइयों की मौत का मामला सामने आया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि उनकी मौत भूख से हुई है. फिलहाल गोवा पुलिस मामले की जांच कर रही है.

गोवा में दो भाइयों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है. साथ में उनकी मां भी बेहोश पाई गई हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि उनकी मौत भूख से हुई है. गोवा पुलिस के मुताबिक, महिला अपने दोनों बेटों के साथ उपवास पर थी. और पिछले कई दिनों से वो लोग दिन में एक खजूर खा रहे थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने उनकी मौत का संभावित कारण ‘कैशेक्सिया और कुपोषण’ बताया है.

मृतकों की पहचान मोहम्मद जुबैर खान और उसके छोटे भाई अफान खान के रूप में की गई है. उनकी मां रुकसाना खान का एक सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है. और उनके मेंटल हेल्थ की जांच के लिए उन्हें गोवा मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सा और मानव व्यवहार संस्थान (IPHB) में भेजा जाएगा.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले 24 अप्रैल को मृतकों के पिता नजीर खान अपने परिवार से मिलने मडगांव के एक्वेम में पहुंचे थे. उन्होंने दरवाजा खटखाटाया तो काफी देर तक भीतर से कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा. पुलिस ने अंदर देखा कि एक कमरे में अफान खान, जबकि दूसरे कमरे में जुबेर खान फर्श पर पड़े हैं. और उनकी मां बिस्तर पर बेहोश पड़ी थीं.

पुलिस के मुताबिक, नजीर इस हफ्ते की शुरुआत में बेटों और पत्नी से मिलने घर गए थे, लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला और घर के अंदर नहीं आने दिया. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नज़ीर अपनी पत्नी और बेटों के साथ लगातार आपसी मतभेदों के कारण मडगांव में दूसरे घर में रहने चले गए थे. मतभेद का कारण उपवास और अनियमित खान-पान भी था. जुबेर और अफान के चाचा अकबर खान ने बताया कि उनके भतीजे और उनकी मां कई महीनों से घर से बाहर नहीं निकले थे और वे बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट गए थे.

अकबर खान के मुताबिक, अफान औऱ जुबेर अपनी मां से काफी अच्छे से जुड़े थे. उनका परिवार काफी संपन्न था, ऐसे में कोई खाना खाना क्यों बंद कर देगा? मुझे नहीं पता कि तीनों किसी तनाव में थे या फिर उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी.

पुलिस की जांच में ये भी सामने आया है कि नज़ीर घर में एक छोटे से कीहोल के माध्यम से किराने के सामान के लिए कुछ पैसे डालते थे, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से परिवार ने उस कीहोल को बंद कर दिया था. लोगों को आने से रोकने के लिए उन्होंने घर के मेन गेट के बगल में कुछ फर्नीचर भी रखा था.

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