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वडोदरा: लॉरी चालक की पिटाई के मामले में 2 पुलिसकर्मियों समेत 3 हिरासत में, 42 घंटे बाद गिरफ्तार, DCP जोन-1 को सौंपी गई जांच

वडोदरा के थाना क्षेत्र में मंगलवार रात 2 बजे लॉरी रोकने पर सयाजीगंज पुलिस ने युवक को पीट दिया, जिससे युवक घायल हो गया. इस घटना के 42 घंटे बाद दो पुलिसकर्मियों और PCR वैन के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है. परिजनों का कहना है कि गंभीर रूप से घायल युवक को होश नहीं आया है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि युवक को होश आ गया है.

जानकारी के मुताबिक, फैजान शेख (निवास- कालुमियानी चाल, परशुराम भट्टो, मूल-बिहार) वडोदरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 7 के सामने अंडे की लॉरी चलाता है. मंगलवार देर रात करीब 11 बजे सयाजीगंज पुलिस गश्त पर थी. इसी बीच फैजान की लॉरी रुकी. फैजान की लॉरी अभी चल ही रही थी कि रात 2 बजे गश्त के दौरान पुलिस दोबारा आई. इसलिए जब पुलिसकर्मी मोहम्मद मुबश्शिर मोहम्मद सलीम ने फैजान को लॉरी रोकने के लिए कहा तो उनके बीच झगड़ा हो गया. फैजान ने पुलिसवाले का कॉलर पकड़ लिया तो पुलिस ने फैजा को डंडों से पीट दिया.

झगड़े के कारण लोगों की भीड़ तितर-बितर हो गई। इसलिए पुलिस ने घटनास्थल से निकलने के लिए PCR वैन शुरू कर दी. जब फैजान पुलिस को रोकने के लिए PCR वैन के सामने खड़ा हो गया, तो PCR चालक ने उसे हटाने के बजाय वैन में भाग लिया और उसे धक्का देकर गिरा दिया. इलाज के दौरान फैजान की तबीयत बिगड़ गई और उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

पुलिस ने फैजान के साथ मारपीट करने वाले सयाजीगंज थाना के मोहम्मद मुबाशिर, मोहम्मद सलीम, रघुवीर भरत भाई और ड्राइवर किशन परमार के खिलाफ सयाजीगंज थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. जिसमें सयाजीगंज पुलिस ने ऑमलेट लॉरी से युवक की पिटाई के मामले में आरोपी पुलिसकर्मी मोहम्मद मुबश्शीर मोहम्मद सलीम, पुलिसकर्मी रघुवीर भरत और PCR चालक किशन परमार को हिरासत में लिया है और हत्या के प्रयास की धारा जोड़कर मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है.

बता दें कि PCR वैन स्टाफ और ऑमलेट लॉरी के संचालक के बीच हुई झड़प को लेकर वडोदरा सिटी पुलिस कमिश्नर नरसिम्हा कुमार ने प्रत्येक पुलिस स्टेशन के PI को PCR वैन में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. इसके अलावा प्रत्येक PCR के स्टाफ को बॉडी वॉर्न कैमरे भी उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके अलावा, प्रत्येक डिवीजन के ACP-PI ने पुलिस स्टेशनों के पीआईएस प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे पुलिस और स्ट्रीट वेंडरों के बीच समन्वय बनाए रखने के लिए अपने डिवीजनों और पुलिस स्टेशनों में आने वाले लारी-गल्ला प्रबंधकों के साथ बैठकें आयोजित करें. पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले में पुलिस की भूमिका की अलग से जांच DCP जोन-1 को सौंपी है.

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