नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक से विनेश फोगाट को डिस्क्वालिफिकेशन के मुद्दे पर सभापति जगदीप धनखड़ की ओर से चर्चा करने की अनुमति नहीं मिलने पर विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट किया. सूचीबद्ध पत्रों को सदन में पेश किए जाने के तुरंत बाद, विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अयोग्यता का मुद्दा उठाने के लिए खड़े हुए. वह जानना चाहते थे कि इसके पीछे कौन है. हालांकि, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने खड़गे को मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं दी.
मल्लिकार्जुन खड़गे उस वजह को जानना चाहते थे, जिसकी वजह से कुश्ती के महिला वर्ग के 50 किलोग्राम प्रतियोगिता से विनेश को बाहर कर दिया गया. उन्होंने चिंता जाहिर की इसके पीछे कोई बड़ी वजह जरूर रही है. इस पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ काफी नाराज हो गए. इस दौरान धनखड़ ने कहा कि सभापति के अधिकार को चुनौती देना असंसदीय है. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए चुनौती नहीं है, यह राज्यसभा के सभापति के पद के लिए चुनौती है.
विपक्ष पर भड़के धनखड़
धनखड़ ने कहा कि वे (विपक्ष) सोचता है कि सिर्फ वे ही हैं जिनके दिल में दर्द है…पूरा देश उस लड़की की वजह से दुखी है. हर कोई इस स्थिति को साझा कर रहा है, लेकिन इसका राजनीतिकरण करना, उस लड़की का सबसे बड़ा अपमान है. उस लड़की को अभी बहुत आगे जाना है.
डेरेक ओ ब्रायन पर निशाना साधा
इतना ही नहीं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन पर निशाना साधा और उन्हें सदन के नियम के अनुसार व्यवहार करने को कहा. गुस्से में दिख रहे जगदीप धनखड़ ने ऊंची आवाज में चिल्लाते हुए कहा, ‘सदन में हर रोज मेरा अपमान किया जा रहा है. चेयर पर चिल्लाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई?’ मैं इस व्यवहार की निंदा करता हूं क्या कोई इस तरह के आचरण को बर्दाश्त कर सकता है?…”जेपी नड्डा ने दिया जवाब
इसके बाद बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने, “पूरा देश विनेश फोगट के साथ खड़ा है. प्रधानमंत्री ने कल उन्हें (विनेश) ‘चैंपियन ऑफ चैंपियंस’ कहा और प्रधानमंत्री की आवाज 140 करोड़ लोगों की आवाज है. दुर्भाग्य से, हम इसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बांट रहे हैं. दुर्भाग्य से, विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, जिस पर वे चर्चा करना चाहते हों और जिसके लिए सत्ता पक्ष तैयार हो.