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इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जंग के हालात, लेबनान सीमा पर भारी बमबारी का दौर जारी

इजरायल और लेबनान के हिजबुल्लाह के बीच टकराव बढ़ता ही जा रहा है. ये टकराव कभी भी भीषण जंग में तब्दील हो सकता है. ऐसे में इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने लेबनान से लगती सीमा का दौरा किया और सैनिकों से मुलाकात कर ताजा हालात का जायजा लिया.

बॉर्डर पर पहुंचे इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा कि इजरायल शांति चाहता है, लेकिन हिजबुल्लाह यदि हमले जारी रखता है तो इजरायल जंग से पीछे नहीं हटेगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि उत्तर में सैन्य टकराव का एक राजनीतिक विकल्प तैयार किया जा रहा है.

रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा, “हमारे विकल्प महत्वपूर्ण हैं. हम दोनों पर काम कर रहे हैं. पहला कि सशक्त सैन्य बल को तैयार करना. दूसरा राजनीतिक विकल्प तैयार किया जा रहा है. यह हमेशा बेहतर होता है. हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन मजबूर किया गया तो किसी को छोड़ेंगे नहीं.”

लेबनान बॉर्डर पर भारी बमबारी का दौर जारी

पिछले साल 7 अक्टबूर को इजरायल पर हुए हमास के हमले के बाद से ही लेबनान बॉर्डर पर भारी बमबारी का दौर जारी है. इजरायल की सेना जहां लेबनान के अंदर घुस कर हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी कर रही है. वहीं जवाबी कार्रवाई के तहत हिजबुल्लाह भी रॉकेट की बारिश कर रहा है.

हिजबुल्लाह के हमले की वजह से इजरायल के कई शहर और गांव पूरी तरह से खाली हो चुके हैं. इसके साथ ही हिजबुल्लाह के हमले में इजरायल के एक दर्जन से ज्यादा सैनिक अबतक हताहत हुए हैं. वहीं इजरायली हमले में लेबनान में 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

गाजा में आईडीएफ ने की जबरदस्त बमबारी

उधर, इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में एक बार फिर जबरदस्त बमबारी की है. इजरायल के इस ताजा हवाई हमले में 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. वहीं रफाह में इजरायली सैनिकों ने हमास को निशाना बनाकर हमला किया. इसमें 3 आपातकालीन कर्मचारियों की मौत हो गई.

दक्षिण गाजा पट्टी में इजरायली सैनिकों ने जबरदस्त बमबारी की है. इसमें कई लोग घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए खान यूनिस के नासिर अस्पताल ले जाया गया. हमले के बाद रो-रोकर लोगों का बुरा हाल है. किसी ने अपने भाई को खोया तो किसी ने पिता को. हमले के वक्त लोग घरों में सो रहे थे.

अल-नुसीरत रिफ्यूजी कैंप पर हवाई हमला

गाजा के राफा इलाके में इजरायली सैनिकों ने हमास आतंकियों को निशाना बनाकर हमला किया लेकिन इस हमले में आपातकालीन सेवा के 3 कर्मचारियों की मौत हो गई. दरअसल ये हमला अल-नुसीरत कैंप को निशाना बनाकर किया था, जहां पर हमास आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी.

पिछले 8 महीने से गाजा में जारी हमलों की वजह से हालात बेहद भयावह हो गए हैं. गाजा में भोजन, बिजली-पानी की भारी किल्लत है. इसकी वजह से लोग इधर-उधर पलायन कर रहे हैं. इस जंग में अब तक 38 हजार से ज्यादा लोगों की मौत चुकी है. 23 लाख से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं.

सीजफायर पर इजरायली PM का बड़ा बयान

पिछले सप्ताह गाजा में भीषण तबाही के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बड़ा बयान सामने आया था. एक टीवी इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि रफाह में लड़ाई अपने अंतिम दौर में है. यहां जल्द ही लड़ाई खत्म हो जाएगी. लेकिन हमास के खिलाफ जंग जारी रहेगी.

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा था, “हमास से यदि कोई समझौता होता है, तो वो हमारी शर्तों के अनुसार होगा. हमारी शर्तें युद्ध को समाप्त करने के साथ ही बंधकों को छुड़ाना है. इसके साथ ही हमास को गाजा छोड़ना होगा. हम उसे किसी भी हाल में पहले जैसा नहीं रहने देंगे.”

हमास ने कहा- नेतन्याहू नरसंहार चाहते हैं!

प्रधानमंत्री नेतन्याहू का ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया, जब लेबनान सीमा पर हिजबुल्लाह की तरफ से हमले तेज हो गए हैं. लिहाज़ा इन हमलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इजरायली सेना की टुकड़ी जल्द ही लेबनान की सीमा पर भेजने का फैसला किया है.

वहीं हमास ने नेतन्याहू के बयान की आलोचना करते हुए दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है. उसने कहा कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र के अपनाए गए युद्धविराम प्रस्ताव और अमेरिका के शांति समझौते को नकारने से उनकी मंशा जाहिर है. हमास ने कहा नेतन्याहू गाजा में नरसंहार चाहते हैं.

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