पंजाब के पटियाला में राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के छात्र पिछले चार दिन से सड़कों पर उतरे हुए हैं. वह लगातार यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने वीसी पर आरोप लगाया है कि कुलपति जय शंकर सिंह ने गर्ल्स हॉस्टल के दौरे के दौरान लड़कियों की प्राइवेसी का उल्लंघन किया. तब से ही छात्र उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और विरोध कर रहे हैं. छात्र सड़कों पर उतरकर नारेबाजी कर रहे हैं.
दरअसल यह मामला तब शुरू हुआ जब छात्रों के मुताबिक वाइस चांसलर बिना किसी इत्तेला के गर्ल्स हॉस्टेल का निरीक्षण करने पहुंचे और लड़कियों के कमरे चेक किए. इसके साथ ही लड़कियों का यह भी कहना है कि वीसी ने उनके कपड़ों पर भी कमेंट किए, जिसके बाद छात्रों में गुस्सा भर गया और वह इसको लेकर सड़कों पर उतर गए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों के प्रदर्शन के चलते यूनिवर्सिटी को फिलहाल बंद रखा गया है.
वीसी ने यूं दी सफाई
हालांकि इस मामले पर जब वाइस प्रिंसिपल से बात की गई तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि इस साल CLAT के जरिए परीक्षा पास करने वाली छात्राएं ज्यादा हैं. छात्रों की संख्या कम है. हमारे पास फर्स्ट ईयर की 20-25 छात्राएं ज्यादा हो गई हैं. होस्टल के कुछ कमरे छोटे हैं. उन कमरों में सिर्फ एक ही बच्चा रह सकता है लेकिन हम उन कमरों में 2 को रखने के लिए मजबूर हैं. उन्हें टेबल और अलमारियां की समस्या थी, तो उन्हें दी गई लेकिन उन्होंने शिकायत की कि मैं आकर देखूं कि वह उन टेबलों को कहां रखें क्योंकि जगह नहीं है. उनके कहने के बाद, हम अपनी महिला वार्डन और फीमेल सिक्योरिटी गार्ड के साथ और उन लड़कियों के साथ उन्हीं कमरों में गए, जिनमें समस्या थी, बाकी हम किसी और कमरे में नहीं गए.
माफी मांगने से किया इनकार
इसके साथ ही जब उसे पूछा गया कि आपके इस्तीफे की मांग की जा रही है. इस पर आपका क्या कहना है, तो उन्होंने कहा कि हमारी 60 साल की उम्र हो गई है. वह बच्चियां हमारी तीसरी पीढ़ी की उम्र की हैं. हमारी ऊपर किसी भी तरह का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है. यह हम पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है. हम लड़कियों और सिक्योरिटी गार्ड के साथ कमरों में दौरा करने गए. यह कोई अपराध नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने माफी मांगने वाली बात पर कहा कि माफी मांगने का तो कोई सवाल ही नहीं है. पंजाब शिक्षा अधिकारी की ओर से जो रिपोर्ट मांगी गई है. वो हम तुरंत भेज रहे हैं. वाइस चांसलर ने इस मालमे में किसी भी तरह की माफी मांगने से इनकार कर दिया और साथ ही यह भी कहा कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया.
पंजाब महिला आयोग ने क्या कहा?
इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी का दौरा करने वाली पंजाब महिला आयोग की अध्यक्ष राज लाली गिल कहती हैं कि उन्होंने मुझे अपनी सारी परेशानी बताईं. उन्होंने मुझे अपनी आपत्तियों के साथ-साथ उन सुविधाओं के बारे में भी बताया जो वह चाहते हैं. उन्होंने फीस से जुड़े मुद्दे को भी बताया. मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि उनके सभी मुद्दों का समाधान किया जाएगा. मैंने वीसी से भी बात की. मैंने महिला संकाय के कुछ सदस्यों को भी सुना. इस बात पर सहमति बनी कि छात्र अपने प्रतिनिधियों और एक कमेटी का चयन करेंगे. मैंने दोनों पक्षों को सुना है और एक कमेटी बनाई जाएगी और उसके बाद ही तय किया जा सकेगा कि कौन गलत है और कौन सही है.
प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल
छात्रों के प्रदर्शन और इस मामले पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की भी सख्त प्रतिक्रिया सामने आई थी. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर इसे शर्मनाक बताया और वाइस चांसलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांगी की. उन्होंने बुधवार को एक्स पर लिखा, ‘पटियाला के राजीव गांधी विधि विश्वविद्यालय में कुलपति का बिना छात्राओं को सूचित किए अचानक उनके कमरों में घुसकर चेकिंग करना और लड़कियों पर पहनावे को लेकर अभद्र टिप्पणी करना अत्यंत शर्मनाक है.छात्राओं ने मीडिया से जो बातें कही हैं. वह बेहद आपत्तिजनक हैं. लड़कियां अपने खानपान, पहनावे और कोर्स के चयन का फैसला करने में खुद सक्षम हैं. अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए मॉरल पुलिसिंग और लड़कियों की निजता का उल्लंघन अस्वीकार्य है. महिला आयोग को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए और कुलपति महोदय पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.