आप सांसद संजय सिंह ने एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पूरी RSS और भाजपा खामोश है. इसका मतलब है कि अरविंद केजरीवाल जी ने जो 5 सवाल पूछे थे उनमें सच्चाई है. उन्होंने केजरीवाल के सवालों पर जवाब मांगा और कहा कि केजरीवाल जी के सवालों का जवाब पूरा देश जानना चाहता है लेकिन इसपर RSS और BJP ने खामोशी साधी हुई है.
उन्होंने आगे कहा कि कोई बोल ही नहीं रहा देश के सामने इतने बड़े सवाल केजरीवाल जी ने रखे और 5 सवाल उनसे पूछे. यह सवाल सिद्धांत, उसूल और सच्चाई से जुड़े हुए हैं. आज दिल्ली के सीएम वो शख्स हैं भारत के जिन्होंने सिद्धांतो की बात पर दो बार सीएम पद पर लात मारकर कहा कि हम सच्चाई की लड़ाई लड़ेंगे.एक तरफ केजरीवाल हैं जो सिद्धांतो के चलते सीएम की कुर्सी छोड़ देते हैं दूसरे तरफ भारत के पीएम हैं जो 75 साल की उम्र में भी अपनी कुर्सी से चिपके रहना चाहते हैं.
संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल के पांच सवाल को फिर दोहराया-
1) खुद को देशभक्त कहने वाली RSS क्या सहमत है कि बीजेपी राजनीतिक दल नहीं बचा बल्कि ED-CBI का डर दिखाकर सरकारों को गिराने वाला गिरोह बन गया है. इस पर मोहन भागवत जी क्या मानते हैं?
2) भ्रष्ट नेता, जिन पर खुद BJP ने आरोप लगाए वो मोदी जी की वाशिंग मशीन में धुलकर पाक साफ हो गए. उन्हीं नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया मोहन भागवत जी को कैसी लगती है कार्रवाई? क्या वो सहमत है या असहमत हैं?
3) RSS कहती है कि हम मूल्यों पर चलने पर लोग हैं जिनकी जिम्मेदारी BJP के पथभ्रष्ट होने से रोकने की है. मोहन भागवत जी आपने BJP के पथभ्रष्ट होने पर क्या कोई अंकुश लगाने की कोशिश की?
4) चौथा सवाल जो एक एक RSS नेता के मन में है. नड्डा जी ने चुनाव के दौरान कहा कि हमें RSS की जरूरत नहीं है. क्या बेटा मां से बड़ा हो गया? उन्हें ये बात कैसी लगी?
5) RSS और बीजेपी ने सिद्धांत बनाया 75 साल पूरा होने के बाद नेता को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा लेकिन अमित शाह मोदी जी के बारे में पूछने पर कहते हैं कि मोदी जी 75 साल के बाद भी रिटायर नही होंगे.
आंख से आंख मिलाकर बात
संजय सिंह यही नहीं रुके और कहा कि BJP के नेता कह रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल ने खुद जो सिद्धांत पार्टी को लेकर बनाए उन पर वो खुद नहीं चले. बाते बनाने के लिए बाते नहीं चलती हैं. आंख से आंख मिलाकर बात चलती है. इन 5 सवालों का जवाब RSS और बीजेपी को देना चाहिए. बीजेपी नेता को कहना चाहता हूं 10 साल में केजरीवाल ने कमाल किया है. दो राज्यों में सरकार बनाई, विधायक और सांसद बनाए.